May 26, 2017

जी.एस.टी. का मतलब

  जी.एस.टी. का मतलब 

आज जैसे ही तोताराम आया, हमने पूछा- तोताराम, इस जी.एस.टी. का क्या मतलब होता है ?

बोला- तुझे  मतलब से क्या मतलब ? समझ ले एक टेक्स है जो हमेशा की तरह सब को देना पड़ेगा और उसका भार अंततः भले आदमी पर पड़ेगा | 

हमने पूछा- पोस्ट मार्टम के बाद पता चले कि मृत्यु भूख से हुई है तो भी भूख के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होती लेकिन फ़ाइल का पेट भरने के लिए पोस्ट मार्टम तो करवाना ही पड़ता है | हमें पता है कि हम टेक्स से बच नहीं सकते फिर भी जनरल नोलेज के लिए पूछ रहे हैं | तुझे पता हो तो बता दे |

बोला- भले ही देश में एक भाषा, एक प्रकार की शिक्षा, एक प्रकार के कानून नहीं हैं फिर भी हमारा एक देश और एक झंडा है और अब तो सब जगह एक ही पार्टी का शासन भी हो गया है तो फिर राष्ट्र की एकता के लिए टेक्स भी एक ही होना चाहिए |यह उसी दिशा में एक कदम है |

हमने कहा- तोताराम, पढ़ा तो हमने भी है इसके बारे में लेकिन हमें तो यह जी.एस.टी. मतलब गब्बर सिंह टेक्स समझ में आता है |

बोला- मौजाँ ही मौजाँ वाली बीरू-बसंती की जुगलबंदी में यह गब्बर सिंह कहाँ से आगया ?

हमने कहा- हमने उत्तर प्रदेश के विधान सभा के चुनावों में कसाब ( कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी )की तर्ज़ पर जी.एस.टी.का फुल फॉर्म बनाया है |जिस प्रकार शोले फिल्म में गब्बर सिंह जो चाहता है वही होता है |उसके किसी काम के पीछे कोई तर्क नहीं होता वैसे ही तुम्हारे इस जी.एस.टी. के पीछे भी कोई तर्क नहीं है | 

बोला- यह क्या कहता है तू ? कई वर्षों के मंथन के बाद बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों ने इसे बनाया है |

हमने कहा- बता, इसमें क्या औचित्य है कि चश्मे का फ्रेम महँगा और लेंस सस्ता ? एक तरफ डिजिटल की बात करते हैं लेकिन मोबाइल और बैंक ट्रांजेक्शन पर टेक्स | इस टेक्स पद्धति से वीरों का मनोबल कम होगा क्योंकि ईंटें सस्ती होने और पत्थर महँगे होने से वे ईंट का ज़वाब पत्थर से कैसे दे सकेंगे ? अब जब व्हील चेयर और वाकिंग स्टिक पर टेक्स लगा दिया तो बूढ़े और विकलांग विकास के साथ कैसे कदम से कदम मिलाकर चल सकेंगे ?

बोला- लेकिन सुनने की मशीन पर तो कोई टेक्स नहीं लगाया |आम आदमी चाय ही पीता है, उस पर भी केवल पाँच प्रतिशत टेक्स ही लगाया है |

हमने कहा- तोताराम, कुछ भी कहो; हमें तो लगता है यह पूरा कार्यक्रम ही मोदी जी को ध्यान में रखकर बनाया गया है |चाय मोदी जी का ट्रेड ब्रांड है | वे चाय बेचते-बेचते और चाय पर चर्चा करते-करते ही प्रधान सेवक बने हैं इसलिए कोफ़ी पर २८% जब कि चाय पर केवल ५% टेक्स लगाया गया है |कोई भी मोदी जी के 'मन की बात' न सुनने के लिए बहाना न बना सके इसलिए सुनने की मशीन को टेक्स फ्री कर दिया गया है | मुलायम, लालू, अखिलेश, सीताराम येचुरी, राहुल क्लीन शेव्ड रहते हैं जब कि मोदी जी दाढ़ी नहीं बनाते | ऐसे में रेज़र, आफ्टर शेव लोशन पर २८% टेक्स लगाकर विरोधियों को निशाना बनाया गया है और अप्रत्यक्ष रूप से मोदी जी  को फायदा पहुँचाया गया है |

बोला- कुछ भी कह लेकिन इस समय बहुमत का बीरू गब्बर सिंह के कब्ज़े में है इसलिए जनता-बसंती को गब्बर के इशारे पर 'जब तक है जान...' नाचना ही पड़ेगा |

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