Aug 7, 2017

कीचड़ का कारोबार

 कीचड़ का कारोबार 

हमारे इलाके में नगर परिषद् द्वारा जल निकासी के लिए नालियों का जो निर्माण हुआ है संभवतः उसका ठेका उसी आदमी को दिया गया होगा जिसने इन्द्रप्रस्थ में युधिष्ठिर का महल बनाया था | उस महल की विशेषता थी कि उसमें जहाँ पानी दिखाई देता था वहाँ ज़मीन या फर्श होता था और जहाँ ज़मीन या फर्श दिखाई देते थे, वहाँ पानी होता था |हमारे इलाके में भी जिन नालियों द्वारा जल की निकासी होनी चाहिए उनमें जल संग्रहण का कार्य होता है |

लोगों ने अपने-अपने घरों के सामने जल संग्रहण से बचने के लिए मिट्टी या मलबा डलवा लिया है इसलिए सारा पानी सड़क के बीचोंबीच जमा रहता है |जल भराव का यह क्षेत्र कोई पाँच फीट चौड़ा है |इधर-उधर आना-जाना युवाओं के लिए तो सरल है लेकिन महिलाओं और बुजुर्गों को परेशानी होती है |आज तोताराम को हमारे बरामदे में आने के लिए इसी पाँच फीट चौड़ी वैतरणी को पार करना पड़ा |छलाँग थोड़ी छोटी रह गई इसलिए कुछ कीचड़ उछलकर उसके पायजामें पर भी लग गया |हमें संकोच हुआ; कहा- क्या करें बन्धु, सरकारी निर्माण है |विकास की जल्दी है | ऐसे में कोई कुछ बोल भी नहीं सकता |बोले तो विकास-विरोधी कहलाता है |

तोताराम हमेशा की तरह सामान्य भाषा की जगह आंग्ल भाषा में बोला- इट्स आल राइट |

हमने कहा- क्या आल राइट ? 

बोला- यह ब्लेसिंग इन डिस्गाइज़ है |इसका अगला स्टेप है- रेग्स टू रिचेज |मतलब कूड़े से करोड़पति |

हमने कहा- बन्धु, हम तो इस कीचड़ और मक्खी-मच्छर से परेशान हैं और तुम्हें मज़ाक सूझ रहा है |

बोला- मजाक नहीं कर रहा हूँ | कल को यदि तुम्हें कोई बड़ा निर्यात आर्डर मिल गया तो वारे-न्यारे समझ |

हमें उलझन हो रही थी |पूछा-कैसा निर्यात |साफ-साफ़ बता |

बोला- न्यूजीलैंड ने दक्षिणी कोरिया से अपने वहाँ आयोजित होने वाले मडटोपिया फेस्टिवल के लिए ४० लाख का 'मड पाउडर' आयात किया है |हालाँकि वहाँ के प्रबुद्ध लोगों ने इसका विरोध किया है |लेकिन जब तक सत्ताधारी दल के पास बहुमत है तब तक भौंकने दो भौंकने वालों को |क्या फर्क पड़ता है ? 

यदि कल को अपने यहाँ भी इसकी नक़ल पर ऐसा कोई फेस्टिवल चल पड़ा तो मज़ा आ जाएगा |वैसे मेरा एक मित्र है न्यूजीलैंड में |उसके थ्रू बात चलाते हैं |दक्षिण कोरिया वालों ने चालीस लाख में जितना कीचड़ बेचा है उतना हम उन्हें उपहार में दे देंगे |दक्षिणी कोरिया ने तो पाउडर दिया है हम तो बना-बनाया कीचड़ देंगे |नाम का नाम और दाम के दाम |

हमने कहा- भले आदमी, जब फ्री में देगा तो दाम कहाँ से मिलेंगे ?

बोला- आज तक तूने नौकरी की है |कभी कारोबार और सेवा नहीं की |हर सेवा में मेवा है फिर क्या गौ सेवा, गंगा सफाई और क्या जी.एस.टी. हो |कमाई कारोबार में ही है |फिर चाहे कारोबार कूड़े का हो या कस्तूरी का हो |कारोबार दुधारी तलवार है |आते और जाते दोनों तरफ काटती है |जैसे कोई माल बेचे या खरीदे, सरकार को तो दोनों तरफ से २८ प्रतिशत जी.एस.टी. मिल जाएगा |किसी चीज की दो बार खरीद-फरोख्त का कारोबार हो गया तो पूरी कीमत सरकार की |

यहाँ की नगर परिषद् से नालियों के कीचड़ की सफाई का ठेका ले लेंगे |उठाकर ले जाएँगे न्यूजीलैंड वाले और सफाई के ठेके के पैसे अपने |

हमने पूछा- तो फ़िलहाल हम क्या करें ?

बोला- रात को जागकर पहरा देता रह | कहीं कोई कीचड़ उठा न ले जाए | सुना है ऊर्जा बनाने के लिए स्वीडन में भी कूड़े की कमी पड़ रही | ऐसे में सब की निगाह हमारे देश की ओर ही ओर लगी हुई है | हम दुनिया की सबसे तेज़ बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं | हमारे जितना कूड़ा और किसके पास है ? 



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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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