Apr 22, 2017

  तोताराम का महाभिनिष्क्रमण 

गली में पानी की बेहतर सप्लाई के लिए नए पाइप जोड़ने के चक्कर में जगह-जगह पाइप टूटे पड़े हैं,गड्ढों में पानी भरा पड़ा है जब कि घरों में शाम को थोड़ा-सा मिट् टी मिला पानी आता है |ऐसी स्थिति में सुबह न पानी भरने का झंझट और न ही नहाने का नैतिक दबाव, सो नींद का मज़ा ले रहे थे कि पोती ने नींद में बाधा डालते हुए कहा-बाबा, उठें, बरामदे में कोई भगवाधारी साधु बैठे हैं और बार-बार अलख निरंजन, अलख निरंजन जपे जा रहे हैं और कह रहे हैं- उस मछंदर से कह दे कि तुझे गोरख जगाने आया है |

हम तो यही समझते आ रहे थे कि ये साधु मुफ्त का माल खा-खाकर मुटा जाते हैं और कभी-कभी तो चिलम के पैसों के लिए भक्तों को अपमानित और लज्जित करने तक से नहीं चूकते |इसलिए हमें ऐसे साधुओं से कभी कोई सहानुभूति नहीं रही, हाँ,थोड़ा डर ज़रूर लगता रहा है |बरामदे में जाकर देखा- भगवा चद्दर ओढ़े एक मरियल सा आदमी बैठा है |

हमने एक जोर की हाँक लगाई- अलख निरंजन | क्या बाबा, चिलम का इंतज़ाम किया जाए ? आज तो यही हो जाए बम तड़ाक |

उत्तर में तोताराम हमारे सामने खड़ा हो गया |बोला- यदि तूने मुझे समय पर आगाह किया होता तो आज मैं भी पता नहीं कहाँ होता |तब तो कहता था- सरकार नौकरी में भटकेगा और अपने हाथ से टिक्कड़ सेकेगा |शादी कर ले, रोटी का इन्तजाम हो जाएगा |अगर शादी न करता तो आज मैं भी मुख्यमंत्री नहीं तो कहीं राज्यपाल या राज्य की साहित्य अकादमी का अध्यक्ष तो अवश्य ही हो जाता | देखा नहीं, आज के ज़माने में जब लोग साधु भीख भी नहीं देते, मोदी जी ने योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश दे दिया |

हमने कहा- तोताराम, यदि हमें ऐसे सुखद भविष्य की कल्पना होती क्या हम तुम्हें विवाह के बंधन में फँसाते और सोच, हम ही क्यों फँसते |यह ठीक है कि सिद्धार्थ और महावीर ने अपनी विवाहिता पत्नियों को छोड़कर सन्यास ले लिया, महात्मा गाँधी ने भी छोटी उम्र में ही पत्नी-सुख को तिलांजलि दे दी, मोदी जी ने भी दीन-दुनिया और आत्मज्ञान के लिए अपनी पत्नी को छोड़ दिया |लेकिन भारत में देश और समाज की सेवा का ऐसा सतयुग आएगा- हमने कभी कल्पना नहीं की थी |हालाँकि आज़ादी के बाद  ऐसे ही पत्नी विहीन, रंडवे,और बल ब्रह्मचारियों का जलवा रहा जैसे नेहरू, गाँधी, पटेल, सुभाष, लोहिया,अटल, कलाम आदि |लेकिन नई शताब्दी में तो लाइन लगी हुई है -मोदी, ममता,माया,नवीन पटनायक,जय ललिता,खट्टर,आदित्यनाथ आदि |राहुल भी शायद इसीलिए शादी नहीं कर रहे हैं |

बोला-अब वैसे भी हमारी संन्यास की उम्र हो गई है |यदि घर छोड़ भी देते हैं तो कोई खास बात नहीं |पेंशन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा |साल में एक बार कहीं से भी 'जीवन-प्रमाण-पत्र' भेज दिया करेंगे |प्रचारित कर देंगे कि तोताराम और मास्टर ने विक्रम नव संवत्सर को देश और समाज की सेवा के लिए महाभिनिष्क्रमण कर लिया है |मैंने स्थानीय रिपोर्टर से बात कर ली है | वह बढ़िया सा कवरेज दे देगा |उसकी एक प्रति अपन फ्रेम करवाकर अपने साथ रख लेंगे और एक मोदी जी को भेज देंगे |

हमने कहा- तोताराम, क्या तुझे वास्तव में लगता है कि ऐसे नाटकों से कुछ होगा ?

बोला- कुछ हो या नहीं लेकिन आज देश में नाटक के अलावा और कुछ हो भी तो नहीं रहा है |आजकल राष्ट्रपति के लिए द्रौपदी मुर्मू से लेकर अडवाणी जी और भागवत जी तक के नामों की चर्चा चल रही है ? क्या पता,मोदी जी योगी जी की तरह धमाके और चौंकाने के नाम पर कुछ कर ही गुजरें |

वैसे हम दोनों अपने महाभिनिष्क्रमण के समाचार के साथ भागवत जी की तरह राष्ट्रपति पद के प्रति अपनी अनिच्छा भी जता देंगे |और मजाकों और जुमलों के साथ यह भी क्या बुरा है ?

Apr 18, 2017

बकवास की कमाई

   बकवास की कमाई  

आज तोताराम हाथ में एक पुराना-सा थैला लिए हाजिर हुआ |बैठा नहीं, बोला- कोलकाता जा रहा हूँ |चलना है तो तैयार हो जा | आना-जाना मुफ्त, खाना फ्री और काम हो गया तो एक लाख तुझे भी दे दूँगा | 

हमने कहा- काम क्या है ?

हमारे कान के पास मुँह लाकर बोला- किसी को बताना नहीं |ममता दीदी का सिर लाना है |

हमने कहा- क्यों भई, बेचारी भली महिला हैं, सादगी की मूर्ति |उसके तो वैसे ही बहुत से लोग पीछे पड़े हैं |अब तेरी क्या भैंस खोल ली उन्होंने जो सिर ही काटने को तैयार हो गया |

बोला- यह तो राष्ट्रहित में अलीगढ के भाजपा के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष हैं कोई योगेश वार्ष्णेय जी | उन्होंने सुपारी दी है कि जो ममता दीदी का सिर लाएगा उसे वे ११ लाख रुपए देंगे |

हमने पूछा- दीदी की गलती क्या है ?

बोला- दीदी ने पश्चिमी बंगाल में हनुमान जयंती के जुलूस पर लाठी चार्ज करवा दिया  |

हमने कहा- यह देखना तो पुलिस का काम है कि कब लाठी चार्ज की ज़रूरत है और कब गोलीबारी और कब पेलेट गन की | अदालत को उचित-अनुचित का निर्णय करने दीजिए |

बोला- उत्साही और देश भक्त लोग इतना इंतजार नहीं करते | अदालत का क्या है बीस बरस लगा दे फैसला देने में |ये तो दादरी के तथाकथित गौमांस और अलवर के तथाकथित गौ तस्करों की तरह फैसला तुरंत कर देते हैं |सो योगेश जी ने भी दे दी सुपारी और हमने ले ली |

हमने कहा- तोताराम, वे तो नेता हैं और वह भी सत्ताधारी पार्टी के | उनका तो कुछ नहीं बिगड़ेगा लेकिन तुझे कोई भी अन्दर कर देगा |

बोला- मैं कौनसा सिर काटूँगा |मैं भी अपने सुपारीदाता वार्ष्णेय जी वाली नीति अपनाऊँगा |वार्ष्णेय का अर्थ होता है वृष्णि वंशी अर्थात कृष्ण | कृष्ण ने बर्बरीक का सिर माँग लिया था |बर्बरीक जो आगे जाकर खाटू वाले श्याम जी बने |भीष्म को भी उन्होंने खुद नहीं मारा बल्कि उनकी मृत्यु का रहस्य पूछ लिया और हो गया काम | 
सो मैं भी दीदी से उनका सिर माँग लूँगा |दे देंगी तो ठीक, नहीं देंगी तो ठीक |कोलकाता की यात्रा और दीदी के दर्शन सही |

हमने कहा- तोताराम, अब तू अपना कार्यक्रम बदल दे |अब किराया उससे भी आधा और आमदनी दुगुनी |तुझे पता नहीं, आज ही समाचार छपा है कि कोलकाता की टीपू सुलतान मस्जिद के शाही इमाम ने घोषणा की है कि योगेश वार्ष्णेय का सिर लाने वाले को वे २२ लाख रुपया इनाम देंगे |

बोला- ये भी बुश और उत्तर प्रदेश के पूर्व हज-मंत्री याकूब से कम नहीं हैं |बुश ने ओसामा के लिए करोड़ों डालर की सुपारी की घोषणा की और पकड़वा लिया अपनी सेना से |याकूब ने मुहम्मद साहब का कार्टून बनाने वाले का सिर लाने वाले को ५१ करोड़ देने का ऐलान कर दिया |पूछा पैसे कहाँ से लाओगे तो बोला- चंदा करूँगा |

हमने कहा- वैसे यदि तू वार्ष्णेय जी का स्पष्टीकरण पढ़ लेता तो उल्लू नहीं बनता |उन्होंने कहा है- मेरा मतलब सिर काटने से नहीं था बल्कि अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करना था |

बोला- यह तो नाराज़गी ज़ाहिर करने का तरीका है इनका | यदि गुस्सा आ जाएगा तो पता नहीं क्या करेंगे |सब बकवास करते हैं |

हमने कहा- यह तुझे हमेशा के लिए समझ में आ जाना चाहिए कि नेता जुमलों और बकवास की कमाई खाते हैं |