तोताराम ने आते ही कहा- मास्टर, आज चाय नहीं पीनी है । बस, जल्दी से एक क्लीन चिट दे दे ।
हमने कहा- भई, अभी तो क्लीन चिट नहीं है । एक तरफ लिखी हुई चाहे तो तू कहे जितनी दे दें । और अगर बिलकुल ही क्लीन, मतलब दोनों तरफ से क्लीन चाहिए तो बाज़ार खुलने दे, वो भी मँगवा देंगे ।
तोताराम गुस्सा गया, बोला- तेरा दिमाग तो ठीक है, मैं कोई कागज़ का टुकड़ा माँग रहा हूँ क्या ? मुझे तो तुम्हारी माजपा और भाजपा दोनों पार्टियों से क्लीन चिट चाहिए ।
हमने कहा- हमारी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है और फिर यदि बनें भी तो एक ही घर में दो धुर विरोधी पार्टियाँ कैसे बनेंगीं ?
-अरे, भोंदू राम, मैं मार्क्सवादी जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की बात थोड़े ही कर रहा हूँ । और फिर मार्क्सवादियों की किसी भी पार्टी में जनता थी ही कब ? मैं तो तेरी 'मास्टर जनता पार्टी ' और भाभी की 'भाभी जनता पार्टी ' की बात कर रहा हूँ ।
हमने कहा- न तो तू चुनाव लड़ रहा है और न ही तेरे ऊपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप है फिर क्लीन चिट क्यों चाहिए ?
-लड़ क्यों नहीं रहा । मैंने अपनी पार्टी अजपा अर्थात 'अध्यापक जनता पार्टी' बना ली है । और दिल्ली में पार्टी कार्यालय के लिए अर्जी भी दे दी है । और कुछ नहीं तो दिल्ली में एक मकान तो मिल जाएगा । अपन नहीं रहेंगे तो किराए पर उठा देंगे, पचास हजार रुपए महिने का किराया ही आता रहेगा । और क्लीन चिट इसलिए चाहिए कि आजकल मोदी और राहुल दोनों पर अम्बानी के हेलीकोप्टर का उपयोग करने के आरोप लग रहे हैं । किसे पता कल को कोई यह आरोप ही लगा दे कि तोताराम चालीस बरस से मास्टर के यहाँ रोज़ पाँच रुपए की एक चाय पीता है और आज तक इस पर कोई टेक्स नहीं दिया । आमदनी तो है ही, कैश में नहीं तो काइंड में । सो दे ही दे एक क्लीन चिट ।
इतने में गली में जोर की आवाज़ गूँजी- क्लीन चिट ले लो, क्लीन चिट ।
हमने कहा- ले तेरी समस्या हल हो गई । लगता है रामविलास पासवान का बेटा चिराग होगा या फिर सलमान खान । जा, तू भी ले ले क्लीन चिट ।
अब तो तोताराम गुस्सा गया- देख मज़ाक मत कर । सलमान खान सबसे महँगा स्टार है और लोक जनशक्ति एक गतिशील पार्टी । क्या वे इस तरह क्लीन चिट बाँटते फिरेंगे ? भले ही पासवान को लालू ने राज्यसभा में पहुँचाया है, खुद पासवान के अलावा कोई संसद सदस्य भी इसका नहीं है लेकिन पार्टी राष्ट्रीय है, दिल्ली में पार्टी कार्यालय जो मिला हुआ है ।
हमने कहा- यह भी कोई पार्टी है , एम.पी. एक, वह भी राज्य सभा का, सो भी किसी की मेहरबानी से और पदाधिकारी दस ।
कहने लगा- फिर भी क्लीन चिट तो क्लीन चिट है ।
इतने में पत्नी चाय ले आई और एक कोरा कागज़ तोताराम के हाथ में पकड़ाती हुई बोली- लाला, ये लो क्लीन चिट, निर्भय होकर चाय पिओ और कूद पड़ो कपड़े उतार कर इस हम्माम में । महाभारत में भी कहा है- ‘आशा बलवती राजन’ । लेकिन याद रखना , जब हम दिल्ली घूमने आएँगे तो तुम्हारी पार्टी के दफ्तर में ही ठहरेंगे और संसद की कैंटीन में रियायती खाना खाएँगे ।
तोताराम उछला- यह हुई ना बात भाभी, डन । और चाय उसके कुरते पर छलक गई ।
२५ फरवरी २०१४
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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach
हमने कहा- भई, अभी तो क्लीन चिट नहीं है । एक तरफ लिखी हुई चाहे तो तू कहे जितनी दे दें । और अगर बिलकुल ही क्लीन, मतलब दोनों तरफ से क्लीन चाहिए तो बाज़ार खुलने दे, वो भी मँगवा देंगे ।
तोताराम गुस्सा गया, बोला- तेरा दिमाग तो ठीक है, मैं कोई कागज़ का टुकड़ा माँग रहा हूँ क्या ? मुझे तो तुम्हारी माजपा और भाजपा दोनों पार्टियों से क्लीन चिट चाहिए ।
हमने कहा- हमारी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है और फिर यदि बनें भी तो एक ही घर में दो धुर विरोधी पार्टियाँ कैसे बनेंगीं ?
-अरे, भोंदू राम, मैं मार्क्सवादी जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की बात थोड़े ही कर रहा हूँ । और फिर मार्क्सवादियों की किसी भी पार्टी में जनता थी ही कब ? मैं तो तेरी 'मास्टर जनता पार्टी ' और भाभी की 'भाभी जनता पार्टी ' की बात कर रहा हूँ ।
हमने कहा- न तो तू चुनाव लड़ रहा है और न ही तेरे ऊपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप है फिर क्लीन चिट क्यों चाहिए ?
-लड़ क्यों नहीं रहा । मैंने अपनी पार्टी अजपा अर्थात 'अध्यापक जनता पार्टी' बना ली है । और दिल्ली में पार्टी कार्यालय के लिए अर्जी भी दे दी है । और कुछ नहीं तो दिल्ली में एक मकान तो मिल जाएगा । अपन नहीं रहेंगे तो किराए पर उठा देंगे, पचास हजार रुपए महिने का किराया ही आता रहेगा । और क्लीन चिट इसलिए चाहिए कि आजकल मोदी और राहुल दोनों पर अम्बानी के हेलीकोप्टर का उपयोग करने के आरोप लग रहे हैं । किसे पता कल को कोई यह आरोप ही लगा दे कि तोताराम चालीस बरस से मास्टर के यहाँ रोज़ पाँच रुपए की एक चाय पीता है और आज तक इस पर कोई टेक्स नहीं दिया । आमदनी तो है ही, कैश में नहीं तो काइंड में । सो दे ही दे एक क्लीन चिट ।
इतने में गली में जोर की आवाज़ गूँजी- क्लीन चिट ले लो, क्लीन चिट ।
हमने कहा- ले तेरी समस्या हल हो गई । लगता है रामविलास पासवान का बेटा चिराग होगा या फिर सलमान खान । जा, तू भी ले ले क्लीन चिट ।
अब तो तोताराम गुस्सा गया- देख मज़ाक मत कर । सलमान खान सबसे महँगा स्टार है और लोक जनशक्ति एक गतिशील पार्टी । क्या वे इस तरह क्लीन चिट बाँटते फिरेंगे ? भले ही पासवान को लालू ने राज्यसभा में पहुँचाया है, खुद पासवान के अलावा कोई संसद सदस्य भी इसका नहीं है लेकिन पार्टी राष्ट्रीय है, दिल्ली में पार्टी कार्यालय जो मिला हुआ है ।
हमने कहा- यह भी कोई पार्टी है , एम.पी. एक, वह भी राज्य सभा का, सो भी किसी की मेहरबानी से और पदाधिकारी दस ।
कहने लगा- फिर भी क्लीन चिट तो क्लीन चिट है ।
इतने में पत्नी चाय ले आई और एक कोरा कागज़ तोताराम के हाथ में पकड़ाती हुई बोली- लाला, ये लो क्लीन चिट, निर्भय होकर चाय पिओ और कूद पड़ो कपड़े उतार कर इस हम्माम में । महाभारत में भी कहा है- ‘आशा बलवती राजन’ । लेकिन याद रखना , जब हम दिल्ली घूमने आएँगे तो तुम्हारी पार्टी के दफ्तर में ही ठहरेंगे और संसद की कैंटीन में रियायती खाना खाएँगे ।
तोताराम उछला- यह हुई ना बात भाभी, डन । और चाय उसके कुरते पर छलक गई ।
२५ फरवरी २०१४
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अब तो तीसरा हाइलीकाप्टर भी शामिल हो गया है रेस में अखरोट जनता पार्टी के नेताजी क्लीन चिटों के गट्ठर के साथ एक टीवी चेनल द्वारा प्रायोजित विमान में देखे जा रहे थे। वैसे दिल्ली में "एक बंगला बने न्यारा" की बात भी काफी मोटीवेटिंग है ...
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