Dec 23, 2018



यह प्रोस्थेटिक्स क्या होता है ? 

हमारे पास सरकार की चुनावी रणनीति के तहत ९९ रुपए में मिला स्मार्ट फोन नहीं है और न ही सौ रुपया महीने में असीमित कॉल, ईमेल, वोइस मेल आदि की सुविधा वाला कोई प्लान |हम तो आज भी आदिमकालीन लैंडलाइन पर ही ठहरे हुए है जैसे देश का विकास आँकड़ों, तरह-तरह के फार्मों और बैंक खातों में तथा  वनवास से लौटकर अयोध्या में 'मंदिर-प्रवेश' के लिए इच्छुक राम का रथ सर्वोच्च न्यायालय के आउटर सिगनल पर रुका हुआ है |इधर राम के नाम पर कुर्सी हथियाने वाले बहाने ढूँढ रहे हैं, उत्साही भक्त फावड़ा लिए शिलान्यास का गड्ढा खोदने को उतावले हैं उधर अयोध्यावासी डरे हुए हैं | अज़ब तनाव और सस्पेंस है |

सुबह-सुबह एक फोन आगया तो बाहर जाने से पहले फुनियाने लगे |टेबल पर एक तथाकथित विश्वसनीय अखबार का कल का अंक पड़ा था |सिनेमा वाले पेज पर एक हैडलाइन थी- 'प्रोस्थेटिक्स और वीएफएक्स की मदद से दीपिका बनेंगी लक्ष्मी' |

पत्नी अखबार नहीं पढ़ती लेकिन कभी-कभी किसी एक शब्द  का अर्थ पूछकर हमें उलझन में डाल देती है |चाहें तो हम भी एक ज्ञानी पति की तरह उतर दे सकते हैं |

ज्ञानी पति का किस्सा है- वह अपनी पत्नी के साथ गणगौर देखने के लिए जयपुर गया |गणगौर की सवारी में हौदा लगा हुआ हाथी भी था |पत्नी ने कहा- देखो जी, काईं पर काईं' | जानता तो पति भी नहीं था लेकिन स्वीकार कैसे करले |पति जो ठहरा |बोला- अस्याँ पर अस्याँ ही हो छै | 

सो हम भी पत्नी को ऐसा ही एक्सपर्ट उत्तर दे सकते थे लेकिन हमारा अध्यापक मन जिज्ञासुओं को बहकाने को पाप समझता है |कोई नेता होता तो प्लास्टिक सर्जरी और बत्तखों से ऑक्सीजन का पौराणिक नुस्खा बताकर सरलता से पीछा भी छुड़ा लेता तथा अपने ज्ञान और प्राचीन भारतीय विज्ञान की धाक भी जमा देता |  

प्रोस्थेटिक का मतलब ठीक तरह से हम भी नहीं जानते थे | यदि कुछ विस्तार से बताने की गुंजाइश होती तो कोई गप्प भी मार देते लेकिन पत्नी को तो एक शब्द या एक वाक्य में उत्तर चाहिए |जब कुछ बहुप्रचलित शब्दों जैसे नोटबंदी, जीएसटी और विकास आदि का अर्थ रविशंकर प्रसाद, जेतली जी और मोदी जी भी आज तक स्पष्ट नहीं कर सके  फिर हम तो राजनीति के निर्देशक-मंडल के खेत की ७७ वर्षीय मूली मात्र हैं |

ऐसे में हमेशा की तरह पास बैठे तोताराम ने हमारी सहायता की, बोला- भाभी, यह वैसे ही है जैसे मैं जून २०१४ में मोदी जी के ५६ इंच के सीने की तर्ज़ पर अपने ३० इंच के सीने को छत्तीस इंच का दिखाने के लिए एक साथ कई कमीजें, स्वेटर और कोट पहनकर आया था और नुक्कड़ के ट्यूबवेल के पास चक्कर आकर गिर पड़ा था |

हमने कहा- तोताराम, उस दिन तो यदि कोई नहीं संभालता तो तू तो गया ही था |और पोस्ट मार्टम वाले कोई कारण भी नहीं बता पाते क्योंकि न तो गला घोंटने का निशान, न गोली,चाकू का चिह्न और न ही ज़हर दिए जाने का कोई प्रमाण मिलता |  

तोताराम ने आगे स्पष्ट किया कि इसमें चेहरे पर तरह-तरह के पदार्थों की परतें चढ़ाकर हुलिया एकदम बदल दिया जाता है जैसे चाची चार सौ बीस में कमल हासन को औरत बना दिया गया था या 'पा' फिल्म में अमिताभ बच्चन को एक अज़ीब-सा, कुपोषित-सा बच्चा बना दिया गया था |वैसे ही दीपिका पादुकोण को तेजाब से जली लक्ष्मी अग्रवाल बना दिया जाएगा |

हमने कहा- लेकिन दीपिका तो वैसे ही खूब चल रही है |उसे एक फिल्म के सबसे ज्यादा २० करोड़ रुपए मिल रहे हैं फिर यह सब करने की क्या ज़रूररत आ पड़ी ?

बोला- यह कोई मजदूरी और किसानी नहीं है जिसमें वास्तव में कोई काम करना पड़ता है |यह तो शो बिजनेस है | इसमें अधिकतर काम तो मेकअप, डुप्लीकेट, ट्रिक फोटोग्राफी और रीटेक से चल जाता है |जब तक शादी न हो तब तक दर्शकों को तरह-तरह के प्रेम-प्रसंगों में उलझाकर भी मल्टीप्लेक्स तक खींचा जा सकता है लेकिन शादी के बाद दर्शकों का रोमांच कम होने लगता है |तब कुछ विचित्र और नए काम करने ही पड़ते हैं जैसे कभी बौने का रोल, तो कभी किसी अनसुनी बीमारी से पीड़ित बच्चे का, या फिर अब दीपिका द्वारा तेजाब से जली हुई लक्ष्मी अग्रवाल का रोल |दर्शक यही सोचकर चले जाएँगे कि देखें, तेजाब से जली दीपिका कैसी लगती होगी |   

हमने कहा- देश-दुनिया में बहुत से ऐसे मुद्दे हैं जिन पर जनता का ध्यान आकर्षित किया जाना चाहिए |लोग सिनेमा वालों से जल्दी प्रभावित होते हैं तो फिर सिनेमा वालों को भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए ज्वलंत मुद्दों पर सकारात्मक फ़िल्में बनानी चाहिएँ |

बोला- मुद्दों और सामाजिक जिम्मेदारी वाला ज़माना गया |अब तो पैसे लेकर सेठों की लड़कियों की शादी में नाचकर पैसे कमाने से फुर्सत मिले तो मुद्दों पर ध्यान जाए |  


 


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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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