Dec 26, 2018

हमारा सैंटा : उनका सैंटा



 हमारा सैंटा : उनका  सैंटा 


अब तो खैर, सबसे छोटा पोता भी बारह वर्ष का हो गया |सातवीं कक्षा में आगया |स्कूल में अपने हाउस का उपकप्तान भी है |हमें लगता है कि अब भी वह हमारी बहुत-सी बातों का विश्वास करता है | वास्तविकता ईश्वर जाने |लेकिन अब यह तो तय हो गया कि यदि हम अमरीका में होते तो भी वहाँ कोई-सा भी पोता सांता क्लाज़ पर विश्वास करने वाला नहीं है | अभी ब्रिटेन में अपनी तरह का एक सर्वे हुआ है जिससे पता चलता है कि आठ साल की उम्र का बाद बच्चे सैंटा पर विश्वास करना बंद कर देते हैं | सैंटा मतलब सांता क्लाज़ जिसके बारे में बच्चों को बताया जाता है कि क्रिसमस की रात को सांता क्लाज़ उनके लिए तरह-तरह के उपहार मोजों में भरकर क्रिसमस ट्री पर टांग जाता है | 

पता नहीं ,इस शोध से ईसाई धर्म के अनुयायियों पर क्या गुजर रही होगी |हम तो इसी बात को लेकर परेशान हैं कि हनुमान जी हिन्दू हैं या मुसलमान, ब्राह्मण हैं या दलित | वैसे हम हनुमान जी पर अविश्वास नहीं करते लेकिन कई दिनों से पूजा का कार्यक्रम रोके हुए हैं |क्या पता, पूजा करें ब्राह्मण समझकर और हनुमान जी निकल आएँ दलित |दलित की पूजा करके हमारा ब्राह्मण धर्म नष्ट हो जाए तो ? यहाँ तो कुछ लोगों का धर्म सूर्य-नमस्कार करने पर ही खतरे में पड़ जाता है |

हमने तोताराम से पूछा- तोताराम, सैंटा पर विश्वास करें या नहीं ? वैसे ईसाई होने के कारण सांता मुसलमानों के बाद तुम्हारा दुश्मन नंबर दो है |

बोला- मास्टर, हम हिन्दू धर्म में विश्वास करते हैं |हम तुम्हारी तरह छद्म धर्मनिरपेक्ष नहीं हैं | हम वास्तव में धर्मनिरपेक्ष मतलब सभी धर्मों का सम्मान करने वाले हैं |हम प्रगतिवादी हैं |निरंतर अपने को परिवर्तित करते रहते हैं |

हमने कहा- तुम्हें तो निक्कर से फुल पेंट तक आने में ही नब्बे वर्ष लग गए |

बोला- भारत को धोती छोड़ने में पाँच हजार वर्ष लगे |इस हिसाब से हमारी हाफ पेंट से फुल पेंट तक की प्रगति-यात्रा मात्र नब्बे वर्ष में बहुत तीव्र गति से हो गई |पहले हमारे ऋषि लम्बी दाढ़ी रखते थे लेकिन अब हम छोटी-छोटी दाढ़ी में आ गए हैं |कल को सफाचट भी हो जाएँगे |

हमने कहा- लेकिन इससे सभी धर्मों का सम्मान करने वाली बात कैसे सिद्ध होती है ? 

बोला- तुमने बताया कि ब्रिटेन के बच्चे आठ वर्ष के होते-होते सांता क्लाज़ पर विश्वास करना बंद कर देते हैं |उनका सांता वास्तव में विश्वसनीय होता ही नहीं | हमारे वाला सांता नितांत विश्वसनीय होता है | हमारे सांता पर तो आठ साल से छोटे बच्चे ही क्या,  देश के करोड़ों बुजुर्ग लोग तक विश्वास करते हैं |

हमने पूछा- क्या तुम्हारा यह सांता तुम्हारे लिए २५ दिसंबर की आधी रात को मोज़े में गिफ्ट भरकर क्रिसमस ट्री पर टांग जाता है ?

बोला- हमारा सांता तो २५ दिसंबर को क्रिसमस की ठिठुरती आधी रात को ही क्या, कभी भी गिफ्ट दे देता है |

हमने पूछा- तुम्हारा सांता किस-किस प्रकार की गिफ्ट देता है ? हम उसे पहचानेंगे कैसे ? क्या तुम्हारे सांता की ड्रेस और दाढ़ी अंग्रेजों वाले सांता जैसी ही होती है ? 

बोला-  हमारा सांता सबके खातों में १५ लाख रुपए डाल देता है, एक सप्ताह में लाखों शौचालय बना देता है | बहुत पारदर्शी है, सबसे अपने मन की बात करता है | बिना पूछे ही किसी का भी विकास कर डालता है |

हमने कहा- अब उसकी वेशभूषा का वर्णन करने की ज़रूरत नहीं है |ज़रूर उसकी दाढ़ी सफ़ेद है लेकिन छोटी-छोटी |और वह फर वाली लाल ड्रेस नहीं बल्कि तरह-तरह के, नए-नए डिजाइन वाले कुरते-पायजामे पहनता है |

 



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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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