May 13, 2017

हवा में उड़ता जाए उर्फ़ जग का मुजरा....

 हवा में उड़ता जाए उर्फ़ जग का मुजरा...


आज तोताराम आया तो उसकी धज ही कुछ निराली थी- शरीर पर शादी वाला ५८ साल पुराना सूट ठाँसे, सिर पर हैट, टाई, सूट, कोट के कालर पर बाईं तरफ गुलाब का फूल, आँखों पर धूप का सस्ता-सा चश्मा,दाएँ हाथ में मोबाइल, बाएँ हाथ से पहियों वाले सस्ते से सूट केस को घसीटता  हुआ जैसे ही बरामदे के आगे से चुपके से गुजरने लगा तो हमने टोका- ये सज,ये धज;  कहाँ चले ?अगर किसी युवती-रक्षक, एंटी रोमियो दल से हत्थे चढ़ गया तो उम्र का लिहाज किए बिना ही तेरी चाँद पर जो चार बाल बचे हैं उन्हें भी उड़ा देंगे |लेकिन एक बात बता, इतना खर्चा किया है तो जूता भी कोई ब्रांडेड लिया होता |

बोला- मैं जयपुर से दिल्ली की हवाई यात्रा करने जा रहा हूँ |मोदी जी ने इच्छा ज़ाहिर की है-'मैं हवाई यात्रा में हवाई चप्पल वालों को देखना चाहता हूँ' |यह ठीक है कि मेरी इस सज-धज से इन चप्पलों का कोई मेल नहीं है और यह भी सच है कि यदि रास्ते में पट्टा टूट गया तो जुलूस निकल जाएगा |इसलिए एहतियात के तौर पर मैंने दो सेफ्टी पिने रख ली हैं |हवाई यात्रा में हवाई चप्पल वालों को देखने के लिए उन्होंने मात्र २५०० रुपए प्रति घंटा की यह नई रियायती हवाई यात्रा योजना शुरू की है | मोदी जी की निगाह में हवाई चप्पल वाले आम आदमी होते हैं |वे खुद आम आदमी रहे हैं और बचपन तो कम से कम हवाई चप्पल में ही कटा होगा |सो देश के जन-जन में मन को जानने वाले प्रधान सेवक की इस इच्छा को पूरा करना मेरा धर्म है |

हमने पूछा-  कहीं गायकवाड़ के चप्पल-संचालन से घबराकर तो यह शर्त नहीं रखी है ?

बोला- नहीं, ऐसी बात नहीं है | आम आदमी यदि चमरौधे के जूते पहने होगा तो भी उन्हें किसी विमान कंपनी के अधिकारी के सिर पर चलाना तो बहुत दूर की बात, वह तो बेचारा अपने जूतों की सुरक्षा के लिए या तो समेट कर अपने हाथ में ले लेता है या फिर बैठते हुए नितम्बों के नीचे लगा लेता है |उसके सिर पर तो माननीय सांसद और विधायिका-पति ही क्या, कोई सरपंच तक भी जूते बरसाने की हैसियत रखता है |बेचारा कर भी क्या सकता है ? ज्यादा चूँ-चूँ करेगा तो कोर्ट कह देगा हम क्या करें तूने ही इन्हें स्पष्ट बहुमत दिया है, अब भुगत | वह तो बेचारा इसी में संतुष्ट रहता है कि किसी ने उसके सिर पर जूता नहीं मारा और यदि किसी ने स्नेहवश मार भी दिया तो इतना जोर से नहीं मारा कि सिर फूट जाए |सिर बचा हुआ है यही गनीमत है |और आम आदमी विमान कंपनी के कर्मचारी से शिकायत क्या करेगा |उसे तो सूट-बूट धारी कर्मचारी यदि  सीट रिज़र्व होते हुए भी डाँट कर फर्श पर बिठा देगा तो वह चुपचाप फर्श पर बैठकर यात्रा करके भी कुछ नहीं बोलेगा |उलटे जिन्दी भर मोदी जी के गुण गाता रहेगा कि उसे ज़िन्दगी में हवाई-यात्रा का अवसर तो मिला |

हमने कहा- तोताराम, आम आदमी की बात तुमने ठीक कही लेकिन नीति आयोग के अनुसार ४० रुपए रोज़ कमाने वाला गरीब नहीं है | तुझे तो ७०० रुपए रोज पेंशन मिलती है |तू आम आदमी नहीं है |

बोला- कुछ भी हो लेकिन हवाई चप्पल वाला तो हूँ |इसलिए सस्ती यात्रा करने का अधिकारी हूँ |

हमने कहा- लेकिन यह  यात्रा कोई सस्ती भी नहीं है |जयपुर से बैंगलुरु के सवा दो घंटे लगते हैं और एयर एशिया वाला किराया ३५०० रूपए ले रहा है मतलब एक घंटे के १५०० रुपए |जयपुर से दिल्ली एक घंटे से ज्यादा का रन नहीं तो २५०० रु. तो ज्यादा हैं  | हम भी पिछले साल सस्ते के चक्कर में जयपुर से दिल्ली के लिए गरीब-रथ नामक ट्रेन में बैठ गए थे |बाद में पता चला कि वह दूसरी ट्रेनों से महँगी थी |

बोला- कोई बात नहीं |मोदी जी की इच्छा है तो २५०० का खर्चा ही सही |जब बंदा देश के विकास के लिए दिन में १८ घंटे काम करता है, देश-दुनिया में भागा फिरता है तो हम उसकी ख़ुशी के लिए इतना भी नहीं कर सकते क्या ? समझ लेंगे चार दिन पेंशन नहीं मिली |

हमने कहा- लेकिन मामला २५०० रु. का ही नहीं है |यहाँ से जयपुर बस अड्डा और फिर वहाँ से हवाई अड्डा |फिर दिल्ली हवाई अड्डे से मोदी जी के घर जाकर अपना हवाई टिकट और हवाई चप्पल दिखाने के लिए खर्चा | फिर इतना ही वापसी का खर्चा |   

बोला- कोई बात नहीं दो तीन हजार और जोड़ ले |

हमने कहा-  'कंडीशंस अप्लाई' के छुपी हुई कुछ और शर्तें भी हो सकती हैं जैसे तुझे अपने साथ पानी की बोतल और खाना नहीं ले जाने देंगे और प्लेन में इनके मनमाने पैसे वसूल कर लेंगे तब क्या करेगा  ? 

बोला- एक घंटे की ही तो बात है | नहीं पिएँगे पानी, नहीं करेंगे नाश्ता | 

हमने कहा- अगर पेशाब लगा और टॉयलेट यूज़ करने के अलग से वसूल कर लिए तो ?

बोला- बहुत हो चुका, अब तू चुप कर |भले ही कुछ भी हो लेकिन मोदी जी की ख़ुशी के लिए मैं जाऊँगा | तुझे पता नहीं है, इतने खर्चे में भी यह यात्रा महँगी नहीं है | मुझे खिड़की के पास वाली सीट मिली है | इसमें एक पंथ दो काज हो जाएँगे |एक तो हवाई चप्पल वाले की हवाई यात्रा से मोदी जी को ख़ुशी मिलेगी दूसरे क्या पता, हवाई यात्रा करते हुए मुझे जयपुर-दिल्ली के कहीं बीच भटकते हुए अच्छे दिन या तीन साल की उपलब्धियाँ ही दिखाई दे जाएँ |  

फिर तो मैं लोन लेकर एक हवाई जहाज खरीद लूँगा और लोगों को अच्छे दिन दिखाने  का धंधा शुरू कर दूँगा |

हमने कहा- तोताराम, मेरे ख्याल से अगर भारत का मतदाता कुछ न करे तो भी नेताओं ने उसे हर चुनाव में हवा में उड़ाने का तरीका खोज लिया है | कभी हर खाते में १५ लाख रुपए तो कभी अच्छे दिन तो कभी हर एक को घर, ए.सी. वाहन आदि तो कभी हवाई चप्पल में हवाई यात्रा |मतलब कि शाम के ड्रिंक का हैंगओवर ख़त्म हो उससे पहले नई बोतल खुल जाती है |सपनों की एक अनंत शृंखला, कल्पनाओं का एक विराट आसमान | यदि दिमाग से तर्क वाला सिस्टम हटा दिया जाय तो लगता है कि बिना किसी अभाव और तनाव के एक मधुमती भूमिका में ही ७५ से १०० वर्ष तक का अपना यह चौथा आश्रम- संन्यास आश्रम बीत सकता है |

क्या करना है हवाई-यात्रा का ? बैठ और चाय पी | यहीं से 'राम झरोखे बैठकर जग का मुजरा' लेते हैं  |

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