मोदी जी से पाँच परसेंट ज्यादा
शायद अपने पोते बंटी के १०वीं के रिजल्ट के कारण तोताराम नहीं आया |जब दोपहर तक कोई समाचार नहीं आया तो सोचा, खुद ही चले चलें तोताराम के यहाँ |बंटी का रिजल्ट वहीं सेलेब्रेट कर लेंगे |
बंटी कोई दो बजे आया, मार्क्स शीट के प्रिंट आउट के साथ |तोताराम ने पूछा- कितने प्रतिशत रहे ?
बोला- मोदी जी से पाँच प्रतिशत ज्यादा |
तोताराम ने कहा- यह कोई उत्तर नहीं है |मोदी जी तो सेवक हैं |सेवक के मार्क्स नहीं, मन और माद्दा देखा जाता है |
हमने कहा- मोदी जी के ये सत्तर प्रतिशत अंक किसी परीक्षा के नंबर नहीं हैं |ये तो एक विश्वसनीय अखबार द्वारा दो लाख लोगों के उनके तीन साल के शासनकाल के मूल्यांकन के लिए करवाए गए के सर्वे के आधार पर दिए गए हैं | राजनीति और बोर्ड की परीक्षा में अंतर होता है |उन्होंने तो मात्र ३१% मतों के बल पर ही स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बना ली लेकिन तुम्हें इन अंकों के आधार पर किसी ढंग के स्कूल में एडमीशन मिलने से रहा |
बंटी बोला- दादाजी, आपकी बात ठीक है |लेकिन किसी कॉलेज से डिग्री लेने के बाद तो गारंटी है क्या रोजगार की ? जिस तरह से मार्क्स आ रहे हैं उस हिसाब से अब मार्क्स की कोई खास इज्ज़त भी नहीं रह गई है |आपके ज़माने में सेकण्ड डिवीज़न यूनिवर्सिटी टोपर हो जाता था लेकिन आज ? ठीक है, कम से कम इतने मार्क्स में कोई घपले की शंका तो नहीं करेगा |
आपको याद होगा, परीक्षाओं से पहले मोदी जी ने कहा था कि टेंशन फ्री होकर परीक्षा दें फिरआप क्यों टेंशन ले रहे हैं ? उन्होंने यह भी तो कहा था- युवा नौकरी माँगने वाले नहीं,नौकरी देने वाले बनें | मेरी चिंता छोड़ें |मुझे नौकरी करनी ही नहीं |
तोताराम ने पूछा- तो फिर क्या करेगा ?
बोला- ट्रंप ने पेरिस समझौते से हाथ खींच लिए हैं तो अब भारत को ही तो पर्यावरण के संरक्षण का मोर्चा सँभालना पड़ेगा | यह इतना बड़ा काम है जो अकेले मोदी जी के वश का है भी नहीं | सो मैं अब अपना शेष जीवन विश्व पर्यावरण संरक्षण को समर्पित कर दूँगा और जब तक विश्व का पर्यावरण पूर्णतः ठीक नहीं हो जाता मैं विवाह भी नहीं करूँगा |
हमने कहा- तोताराम, जिस तरह अपने राजस्थान के एक न्यायाधीश महेश जी भाई साहब जी के अनुसार ब्रह्मचारी बने रहने के कारण मोर राष्ट्रीय पक्षी बन गया, हमें लगता है कि बंटी भी कुछ न कुछ बनेगा अवश्य | हमें तो इसमें भारत का भावी प्रधान मंत्री दिखाई दे रहा है |फिर हमने बंटी की ओर मुखातिब होते हुए कहा- वैसे बेटा, विश्व पर्यावरण सुधार की तुम्हारे दिमाग में कोई योजना तो होगी ?
बोला- क्यों नहीं, दादाजी | मैं स्थानीय से लेकर विश्व स्तर तक पर्यावरण के बारे में जागृति फ़ैलाने के लिए रंगोली, मेहंदी, चित्रकला, कविता,निबंध, वादविवाद प्रतियोगिताएँ आयोजित करवाऊँगा | पद-यात्रा, रैली, मैराथन करवाऊँगा | गाँव-गाँव में धार्मिक स्थानों में नदियों, पहाड़ों की आरतियाँ, भजन, कीर्तन, जागरण, पूजा-प्रसाद आदि होंगे | पर्यावरण के लिए काम करने वालों के लिए 'पर्यावरण श्री' से लेकर 'पर्यावरण-रत्न' तक के सम्मानों का प्रावधान किया जाएगा |बस, सब की एंट्री फीस के रूप में 'विश्व पर्यावरण कोष' के लिए मात्र एक रुपए का सहयोग |
हमने कहा- तोताराम, जिस कल्कि अवतार की बात भविष्य पुराण में है वह शायद हमारी आँखों के सामने उपस्थित है |
तोताराम ने कहा- ये सब बच्चों को बहलाने की बातें हैं |विवाह न करने की भीष्म प्रतिज्ञा करके राहुल बाबा ने कांग्रेस का क्या उद्धार कर दिया जो ये महाशय विश्व पर्यावरण को सुधार देंगे |
शायद अपने पोते बंटी के १०वीं के रिजल्ट के कारण तोताराम नहीं आया |जब दोपहर तक कोई समाचार नहीं आया तो सोचा, खुद ही चले चलें तोताराम के यहाँ |बंटी का रिजल्ट वहीं सेलेब्रेट कर लेंगे |
बंटी कोई दो बजे आया, मार्क्स शीट के प्रिंट आउट के साथ |तोताराम ने पूछा- कितने प्रतिशत रहे ?
बोला- मोदी जी से पाँच प्रतिशत ज्यादा |
तोताराम ने कहा- यह कोई उत्तर नहीं है |मोदी जी तो सेवक हैं |सेवक के मार्क्स नहीं, मन और माद्दा देखा जाता है |
हमने कहा- मोदी जी के ये सत्तर प्रतिशत अंक किसी परीक्षा के नंबर नहीं हैं |ये तो एक विश्वसनीय अखबार द्वारा दो लाख लोगों के उनके तीन साल के शासनकाल के मूल्यांकन के लिए करवाए गए के सर्वे के आधार पर दिए गए हैं | राजनीति और बोर्ड की परीक्षा में अंतर होता है |उन्होंने तो मात्र ३१% मतों के बल पर ही स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बना ली लेकिन तुम्हें इन अंकों के आधार पर किसी ढंग के स्कूल में एडमीशन मिलने से रहा |
बंटी बोला- दादाजी, आपकी बात ठीक है |लेकिन किसी कॉलेज से डिग्री लेने के बाद तो गारंटी है क्या रोजगार की ? जिस तरह से मार्क्स आ रहे हैं उस हिसाब से अब मार्क्स की कोई खास इज्ज़त भी नहीं रह गई है |आपके ज़माने में सेकण्ड डिवीज़न यूनिवर्सिटी टोपर हो जाता था लेकिन आज ? ठीक है, कम से कम इतने मार्क्स में कोई घपले की शंका तो नहीं करेगा |
आपको याद होगा, परीक्षाओं से पहले मोदी जी ने कहा था कि टेंशन फ्री होकर परीक्षा दें फिरआप क्यों टेंशन ले रहे हैं ? उन्होंने यह भी तो कहा था- युवा नौकरी माँगने वाले नहीं,नौकरी देने वाले बनें | मेरी चिंता छोड़ें |मुझे नौकरी करनी ही नहीं |
तोताराम ने पूछा- तो फिर क्या करेगा ?
बोला- ट्रंप ने पेरिस समझौते से हाथ खींच लिए हैं तो अब भारत को ही तो पर्यावरण के संरक्षण का मोर्चा सँभालना पड़ेगा | यह इतना बड़ा काम है जो अकेले मोदी जी के वश का है भी नहीं | सो मैं अब अपना शेष जीवन विश्व पर्यावरण संरक्षण को समर्पित कर दूँगा और जब तक विश्व का पर्यावरण पूर्णतः ठीक नहीं हो जाता मैं विवाह भी नहीं करूँगा |
हमने कहा- तोताराम, जिस तरह अपने राजस्थान के एक न्यायाधीश महेश जी भाई साहब जी के अनुसार ब्रह्मचारी बने रहने के कारण मोर राष्ट्रीय पक्षी बन गया, हमें लगता है कि बंटी भी कुछ न कुछ बनेगा अवश्य | हमें तो इसमें भारत का भावी प्रधान मंत्री दिखाई दे रहा है |फिर हमने बंटी की ओर मुखातिब होते हुए कहा- वैसे बेटा, विश्व पर्यावरण सुधार की तुम्हारे दिमाग में कोई योजना तो होगी ?
बोला- क्यों नहीं, दादाजी | मैं स्थानीय से लेकर विश्व स्तर तक पर्यावरण के बारे में जागृति फ़ैलाने के लिए रंगोली, मेहंदी, चित्रकला, कविता,निबंध, वादविवाद प्रतियोगिताएँ आयोजित करवाऊँगा | पद-यात्रा, रैली, मैराथन करवाऊँगा | गाँव-गाँव में धार्मिक स्थानों में नदियों, पहाड़ों की आरतियाँ, भजन, कीर्तन, जागरण, पूजा-प्रसाद आदि होंगे | पर्यावरण के लिए काम करने वालों के लिए 'पर्यावरण श्री' से लेकर 'पर्यावरण-रत्न' तक के सम्मानों का प्रावधान किया जाएगा |बस, सब की एंट्री फीस के रूप में 'विश्व पर्यावरण कोष' के लिए मात्र एक रुपए का सहयोग |
हमने कहा- तोताराम, जिस कल्कि अवतार की बात भविष्य पुराण में है वह शायद हमारी आँखों के सामने उपस्थित है |
तोताराम ने कहा- ये सब बच्चों को बहलाने की बातें हैं |विवाह न करने की भीष्म प्रतिज्ञा करके राहुल बाबा ने कांग्रेस का क्या उद्धार कर दिया जो ये महाशय विश्व पर्यावरण को सुधार देंगे |
No comments:
Post a Comment