Dec 24, 2016

हर चेहरे पर मुस्कराहट

  हर चेहरे पर मुस्कराहट 

आज तोताराम आया तो बहुत खुश था |हमें बड़ा सुखद आश्चर्य हुआ |कल ही हमारी मुख्यमंत्री ने कहा था कि हर चेहरे पर मुस्कराहट लाएँगे | हम इसे गरीबी मिटाओ और अच्छे दिन की तरह का एक जुमला ही समझ रहे थे लेकिन यह क्या ? कल मैडम ने घोषणा की और आज तोताराम के चेहरे पर माधुरी दीक्षित जैसी ब्रोड मुस्कराहट चिपकी हुई है |चमत्कार |

हमने पूछा-तोताराम, क्या तू वास्तव में मुस्करा रहा है या हमारी आँखों में कुछ गड़बड़ है |
बोला- तेरी आँखें बिलकुल ठीक हैं |मैं वास्तव में मुस्करा रहा हूँ |

हमने पूछा- तो क्या सातवें पे कमीशन का एरियर आ गया ? 

बोला- नहीं, लेकिन अब एक बहुत बड़ी समस्या का हल मिल गया |बिजली की जो दरें अब तक बात-बिना बात बढ़ रही थीं वे नहीं बढेंगी |और हो सकता है अब कम भी होने लग जाएँ |

हमने कहा- यह कैसे हो सकता है ? क्या आटा फिर से गेहूँ बन सकता है ? क्या चूजा फिर से अंडा बन सकता है ? क्या महँगाई बढ़कर कम होती है ? 

बोला- हो सकती है क्योंकि पहले बिजली की चोरी होती थी लेकिन अब आगे से नहीं होगी |

हमने कहा- क्यों ? क्या अब दबंग ग्रामीण और उनके नेताओं को देश के विकास में हिस्सेदारी नहीं चाहिए ?

बोला- यह बात नहीं है लेकिन अब से बिजली की चोरी नहीं होगी क्योंकि अब स्कूलों में बच्चों को प्रार्थना-सभा में बिजली चोरी न करने और अपने अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक बनाने की शपथ दिलवाएँगे |

हमने कहा- हाँ, यह बात तो है |अब तक बेचारे माता-पिताओं को यह पता ही नहीं था कि बिजली के पैसे भी लगते हैं क्या ? यह भी पता नहीं था कि बिना पैसे दिए  किसी चीज का उपयोग करना चोरी होता है | वे तो यही समझते आ रहे हैं कि जैसे देश का सब कुछ  शासकों, सेवकों, बड़े अधिकारियों, बाहुबलियों और सत्ताधारी पार्टी कार्यकर्ताओं का होता है वैसे ही उन्हें भी सब कुछ मुफ्त में हड़पने या चोरी करने का अधिकार है | यदि प्रार्थना-सभा में शपथ लेकर भी बच्चे बड़े होकर अपने जनसेवकों और अभिभावकों का ही अनुसरण करेंगे तो ?

बोला- शपथ लेने के बाद नहीं करेंगे ?  वचन भी तो कोई चीज होता है |रामायण में लिखा नहीं है-
रघुकुल रीति सदा चलि आई 
प्राण जाय पर वचन न जाई
दशरथ ने प्राण दे दिए लेकिन कैकयी को दिया वचन भंग नहीं किया |और फिर अब तो रघुकुल शिरोमणि राम के भक्तों की सरकार है |

और मान ले फिर भी वे बिजली चोरी करें तो एक ही उपाय है कि उनके स्कूल के प्रधानाध्यापक का वेतन रोक लिया जाना चाहिए क्योंकि हो सकता है उसने ढंग से शपथ नहीं दिलवाई हो |

हमने पूछा- और यदि कोई मंत्री भ्रष्टाचार करे तो ?


-एकदम सिंपल, तो राष्ट्रपति या राज्यपाल की ज़िम्मेदारी- तोताराम ने उत्तर दिया |



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