May 10, 2016

तेरी डिग्री कहाँ है ?

  तेरी डिग्री कहाँ है ?

आज तोताराम आया लेकिन बैठा नहीं |खड़ा-खड़ा ही हमें दो मिनट घूरता रहा फिर टिकट चेकर की तरह बोला- तेरी डिग्री कहाँ हैं ?

हमने कहा- अब हमें कहीं नौकरी नहीं करनी |जब नौकरी माँगने गए थे तब दिखा दी थी |अब तो ऊपर से बिना आवेदन किए, इंटरव्यू दिए और डिग्री दिखाए सीधा नियुक्ति-पत्र ही आएगा और नियुक्ति-पत्र भी ऐसा कि ज्वाइन करना ही पड़ेगा |और वहाँ कोई डिग्री नहीं देखी जाती |वहाँ कर्म देखे जाते हैं |तभी कबीर ने कहा है-
जाति न पूछो साधु की पूछ लीजिए ज्ञान |
मोल करो तरवार का पड़ी रहन दो म्यान ||
सो व्यक्ति का ज्ञान और उस ज्ञान के आधार पर कर्म महत्त्वपूर्ण हैं न कि डिग्री |

बोला- मैं वहाँ की बात नहीं करता |बात इस भवसागर की हो रही है जहाँ जाति और म्यान ही देखे जाते हैं |ज्ञान और कर्म से किसी को कोई लेना-देना नहीं है |

हमने कहा- तुलसी,सूरदास,मीरा आदि के पास कोई डिग्री नहीं थी लेकिन उन्हें पढ़कर लोग डी.लिट्.हो गए |कबीर ने तो मात्र ढाई अक्षर ही पढ़े थे |हजारी बाबू हिंदी के एम.ए. नहीं थे लेकिन उनकी पुस्तक 'कबीर' पर उन्हें डी.लिट्. दी गई | देवीलाल और कामराज भी बिना डिग्री के ही बड़े-बड़े पदों पर पहुँच गए |जूते गाँठने वाले रैदास को बिना पोप के अप्रूवल के ही लोगों ने संत की उपाधि दे दी |और राजघराने की मीरा ने तो उन्हें अपना गुरु ही बना लिया |

बोला- यह बहस का मामला नहीं है |मैं तो तेरे भले के लिए ही तुझे समझा रहा हूँ |आजकल वैसे तो कह रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है लेकिन लोक से डर कर ही लोगों को चलना पड़ता है |कोई भी किसी से भी डिग्री माँग लेता है | पहले स्मृति ईरानी की डिग्री पर बवाल मचाया और फिर मोदी जी डिग्री का मुद्दा उठा दिया |बड़ी मुश्किल से जेतली दिल्ली यूनिवर्सिटी से एम.ए. की डिग्री निकलवाकर लाए | दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र यूनियन के अध्यक्ष रहे हैं सो काम हो गया वरना ढूँढ़ते रह जाते |और बी.ए. की डिग्री के लिए अमिट शाह को गुजरात भागना पड़ा |
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हमने कहा- लेकिन हमें कौन सा प्रधान मंत्री बनना है जो डिग्री दिखाते फिरें | और तू कौन सा केजरीवाल है जो हमारी डिग्री चेक कर रहा है ? 

बोला- बात को समझाकर | अब ज़माना बदल रहा है |डिग्री ढूँढकर रख ले | फिर कभी किसी काम के लिए मोदी जी डिग्री माँगने लगेंगे तो दिखानी पड़ेगी | यूनिवर्सिटी के भरोसे मत रहना |अब वहाँ कहाँ ५०-५५ साल पुरानी डिग्री का रिकार्ड मिलने वाला है |

हमने पूछा- लेकिन मोदी जी को हमारी डिग्री से क्या मतलब है ?

बोला- आज नहीं तो कल हो सकता है |आजकल वे सबकी जन्मपत्रियाँ अपने पास रखना चाहते हैं जिससे कभी भी, किसी का भी स्क्रू टाईट कर सकें |उन्होंने अगस्ता सौदे के बारे में चर्चा करते हुए कहा भी तो था- ज़रा सा स्क्रू टाईट किया तो चिल्लाने लगे |जैसे कल ही फैसला लिया गया है कि गैस पर सब्सीडी लेने के लिए इनकम टेक्स का रिकार्ड दिखाना पड़ेगा |वैसे ही कल को नियम बना देंगे कि पेंशनभोगी जब तक अपनी डिग्री नहीं दिखाएँगे तब तक पेंशन बंद | तब क्या करेगा ? क्या पता, उस समय पुराने कागजों में तेरी डिग्री मिलेगी भी या नहीं | और यूनिवर्सिटी तो मोदी जी की डिग्री ही मुश्किल से ढूँढ़ पाई तो तेरी डिग्री ढूँढ़ना तो दूर, कोई तुझे यूनिवर्सिटी के अन्दर भी नहीं घुसने देगा |

और यह भी असंभव नहीं है कि डिग्री न दिखा पाने के कारण अब तक दी गई तनख्वाह ही ब्याज सहित वसूल ली जाए | तब तुझे माल्या और ललित मोदी की तरह न तो इंग्लैण्ड में शरण मिलेगी और न ही यहाँ से भाग सकेगा | यह ईमानदार सरकार तेरा बिना उज्जैन गए ही कुम्भीपाक बना देगी |

हमने कहा- तो ठीक है, कल ढूँढ़ लेंगे और दस-बीस फोटो स्टेट करवाकर दीवारों पर लगा देंगे, एक-एक कोपी मोदी जी और केजरीवाल जी को भी भेज देंगेऔर एक प्रति लेमीनेट करवाकर गले में भी डाल लेंगे |


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