Nov 11, 2011

'अग्नि'पुराण - स्वामी और बिग बॉस



अंदर 

( बिग बॉस में शामिल हुए स्वामी अग्निवेश- ८ नवंबर २०११)
सुंदरियों में जा घुसे स्वामी अग्निवेश ।
दोनों को लज्जित किया - उम्र, संत का वेश ।
उम्र, संत का वेश, व्यंग्य में 'गर हँसती है ।
तो स्वामी सोचे सुन्दरि मुझ पर मरती है ।
जोशी कवि बौड़म ना कुछ समझा ना बूझा ।
इनमें चाकू कौन, कौन इनमें खरबूजा ।






बाहर

(अग्निवेश बिग बॉस से बाहर-११ नवंबर २०११ )
स्वामी अग्निवेश को बुरा न समझो कोय ।
ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय ।
पढ़े सो पंडित होय, सुन्दरी अगर पढ़ाए ।
तो स्वामी क्या लल्लू भी पंडित हो जाए ।
जोशी अंदर गए बहुत स्वामी जी तनकर ।
चौबे बाहर हुए फटाफट दुब्बे बनकर ।



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2 comments:

  1. कैसे स्वामी हैं ये..घिन आती है इन्हें देख कर...धन्य हैं इनके चेले चमचे...

    नीरज

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