जय झाड़ू जय, जय-जय झाड़ू
मत झाँसे में आना झाड़ू ।
कभी नहीं डर जाना झाड़ू ।
थर-थर काँप रहे हैं तुमसे
नेता, बदमाशों के भाड़ू ।
मत झाँसे में आना झाड़ू ।
शर्त मानकर करें समर्थन
पर मन से सब काम-बिगाड़ू ।
मत झाँसे में आना झाड़ू ।
आज भले का नाटक करते
मगर सदा ये रहे जुगाड़ू ।
मत झाँसे में आना झाड़ू ।
जिनका स्वागत करें शाम को
रात उन्हीं (बाबा) का टेंट उखाड़ू ।
मत झाँसे में आना झाड़ू ।
म्यूजिकल-चेयर में चलते
चौकस-धीरे सीट कबाड़ू ।
मत झाँसे में आना झाड़ू ।
जय झाड़ू जय, जय जय झाड़ू ।
१७ दिसंबर २०१३
पोस्ट पसंद आई तो मित्र बनिए (क्लिक करें)
(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach
No comments:
Post a Comment