लौटाने जा रहा हूँ
आज तोताराम अन्दर नहीं आया, दरवाजे से ही आवाज़ लगाई- चल, जल्दी तैयार हो जा, लौटाना है तो |मैंने तो लौटाने का फैसला कर लिया है |
हमने घर के अन्दर से ही कहा- तेरे पास है क्या लौटने के लिए ? एक प्राण हैं जो तू नहीं लौटाएगा तो यमदूत अपने आप ही समय पर आकर ले ही जाएँगे और तेरी यह 'ज्यों की त्यों चदरिया' मुक्तिधाम में पञ्च तत्त्व में विलीन कर दी जाएगी | यदि बच्चों ने अखबार में तीये-उठावने की खबर नहीं छपवाई तो किसी को पता भी नहीं चलेगा कि तोताराम कब फुर्र हो गया ?
तोताराम ने ऊँची आवाज़ में उत्तर दिया- अरे, इतने कठोर वचन तो कुर्सी के लिए देश का सत्यानाश कर डालने वाले सेवकों ने भी बिहार के चुनावों में एक-दूसरे को नहीं कहे होंगे, इतनी दुर्भावनापूर्ण बद् दुआ तो तंत्र-मन्त्र और हस्त रेखा में विश्वास करने वाले विकास-पुरुषों ने भी नहीं की होगी |वैसे क्या तू मुझे मूर्ख समझ रहा है ? अभी तो जुलाई २०१५ से बढ़े डी.ए. का एरियर भी नहीं मिला, तिस पर २०१६ वाला पे कमीशन दरवाजे पर दस्तक दे रहा है ऐसे में भले ही शरशैया पर पड़ा रहना पड़े लेकिन यह तन-चदरिया नहीं छोडूँगा |पर मुझे लौटाने तो जाना ही है |यदि तू चले तो तेरी मर्ज़ी, अच्छा रहता साथ हो जाता |कल शाम तक वापिस लौट आएँगे |
हमने कहा- तोताराम, तेरे पास कौनसा पुरस्कार है जो लौटाएगा ?
बोला- बन्धु, मेरे पास कोई पुरस्कार नहीं है |मैं तो अमित जी की तरह गैस कनेक्शन पर मिलने वाली सब्सीडी लौटाने जा रहा हूँ |मेरा भी अखबार में नाम आ जाएगा |
हमने कहा- आजकल जिसे देखो कुछ न कुछ लौटाने के लिए दिल्ली की तरफ भागा जा रहा है |ऐसे ही लौटने वालों के विरुद्ध दिल्ली में अनुपम खेर जी ने मोर्चा खोल रखा है |इस बार वे कोमेडी नहीं, सुपर मैन वाला रोल कर रहे हैं |उनके सामने पड़ गया तो ऐसा उठाकर फेंकेंगे कि पकिस्तान में जाकर गिरेगा | फिर पता नहीं, कब गीता की तरह तेरी वापसी हो | इसलिए दिल्ली स्टेशन पर उतरते ही अपने हाथ में एक बैनर ले लेना- 'मैं पुरस्कार या सम्मान नहीं,गैस सब्सीडी लौटाने जा रहा हूँ |'
लेकिन तू गैस सब्सीडी क्यों लौटा रहा है ? जब सांसद ही सब्सीडी वाला खाना खाने में संकोच नहीं करते तो तू क्या क्रीमी लेयर वाला बना फिरता है ? अमित जी की बात और है |उन्होंने तो उत्तर प्रदेश सरकार की यश-भारती वाली अपनी ५० हजार रूपए महीने वाली पेंशन भी लौटा दी | वे अफोर्ड कर सकते हैं | वैसे जहां तक अखबार में नाम की बात है तो आजकल दुष्टों का नाम ज्यादा आता है |देखा नहीं, एक तरफ सारा देश और एक तरफ छोटा राजन की खबरें |लगता है, जैसे रावण को मारकर चौदह वर्ष बाद राम अयोध्या लौटे हों |
बोला- वैसे भी जब दाल है नहीं तो किसे गलाने के लिए गैस चाहिए ?और अब आगे चार महीने की सर्दियाँ हैं सो नहाने के लिए पानी गरम करने का झंझट भी नहीं | इसलिए सोचता हूँ कि इस बहाने ही सही, त्यागी महानायकों में नाम लिखवा लूँ |
बात लम्बी होते देख, हम बरामदे में आ गए | तोताराम को चाय का कप पकड़ाते हुए कंधे पर हाथ रखकर प्यार से पूछा- क्या वाकई तू सब्सीडी लौटना चाहता है ? सोच, हमें इस पेंशन और गैस सब्सीडी के अलावा और मिलता ही क्या है ? बिना बात परमवीर चक्र की तरह गले में आधार कार्ड और राशन कार्ड डाले फिरते हैं | लगता है, बात कुछ और ही है |
बोला- भाई साहब, कल ही जेतली जी ने कहा है कि एक खास आमदनी के बाद गैस सब्सीडी बंद कर दी जाएगी |सो हमारा नंबर भी आया ही समझो |अच्छा है कोई आरोप लगाकर नौकरी से निकले, उससे पहले ही त्याग-पत्र दे दो |
हमने कहा- तो फिर रुक, हम भी तेरे साथ चलते हैं |
आज तोताराम अन्दर नहीं आया, दरवाजे से ही आवाज़ लगाई- चल, जल्दी तैयार हो जा, लौटाना है तो |मैंने तो लौटाने का फैसला कर लिया है |
हमने घर के अन्दर से ही कहा- तेरे पास है क्या लौटने के लिए ? एक प्राण हैं जो तू नहीं लौटाएगा तो यमदूत अपने आप ही समय पर आकर ले ही जाएँगे और तेरी यह 'ज्यों की त्यों चदरिया' मुक्तिधाम में पञ्च तत्त्व में विलीन कर दी जाएगी | यदि बच्चों ने अखबार में तीये-उठावने की खबर नहीं छपवाई तो किसी को पता भी नहीं चलेगा कि तोताराम कब फुर्र हो गया ?
तोताराम ने ऊँची आवाज़ में उत्तर दिया- अरे, इतने कठोर वचन तो कुर्सी के लिए देश का सत्यानाश कर डालने वाले सेवकों ने भी बिहार के चुनावों में एक-दूसरे को नहीं कहे होंगे, इतनी दुर्भावनापूर्ण बद् दुआ तो तंत्र-मन्त्र और हस्त रेखा में विश्वास करने वाले विकास-पुरुषों ने भी नहीं की होगी |वैसे क्या तू मुझे मूर्ख समझ रहा है ? अभी तो जुलाई २०१५ से बढ़े डी.ए. का एरियर भी नहीं मिला, तिस पर २०१६ वाला पे कमीशन दरवाजे पर दस्तक दे रहा है ऐसे में भले ही शरशैया पर पड़ा रहना पड़े लेकिन यह तन-चदरिया नहीं छोडूँगा |पर मुझे लौटाने तो जाना ही है |यदि तू चले तो तेरी मर्ज़ी, अच्छा रहता साथ हो जाता |कल शाम तक वापिस लौट आएँगे |
हमने कहा- तोताराम, तेरे पास कौनसा पुरस्कार है जो लौटाएगा ?
बोला- बन्धु, मेरे पास कोई पुरस्कार नहीं है |मैं तो अमित जी की तरह गैस कनेक्शन पर मिलने वाली सब्सीडी लौटाने जा रहा हूँ |मेरा भी अखबार में नाम आ जाएगा |
हमने कहा- आजकल जिसे देखो कुछ न कुछ लौटाने के लिए दिल्ली की तरफ भागा जा रहा है |ऐसे ही लौटने वालों के विरुद्ध दिल्ली में अनुपम खेर जी ने मोर्चा खोल रखा है |इस बार वे कोमेडी नहीं, सुपर मैन वाला रोल कर रहे हैं |उनके सामने पड़ गया तो ऐसा उठाकर फेंकेंगे कि पकिस्तान में जाकर गिरेगा | फिर पता नहीं, कब गीता की तरह तेरी वापसी हो | इसलिए दिल्ली स्टेशन पर उतरते ही अपने हाथ में एक बैनर ले लेना- 'मैं पुरस्कार या सम्मान नहीं,गैस सब्सीडी लौटाने जा रहा हूँ |'
लेकिन तू गैस सब्सीडी क्यों लौटा रहा है ? जब सांसद ही सब्सीडी वाला खाना खाने में संकोच नहीं करते तो तू क्या क्रीमी लेयर वाला बना फिरता है ? अमित जी की बात और है |उन्होंने तो उत्तर प्रदेश सरकार की यश-भारती वाली अपनी ५० हजार रूपए महीने वाली पेंशन भी लौटा दी | वे अफोर्ड कर सकते हैं | वैसे जहां तक अखबार में नाम की बात है तो आजकल दुष्टों का नाम ज्यादा आता है |देखा नहीं, एक तरफ सारा देश और एक तरफ छोटा राजन की खबरें |लगता है, जैसे रावण को मारकर चौदह वर्ष बाद राम अयोध्या लौटे हों |
बोला- वैसे भी जब दाल है नहीं तो किसे गलाने के लिए गैस चाहिए ?और अब आगे चार महीने की सर्दियाँ हैं सो नहाने के लिए पानी गरम करने का झंझट भी नहीं | इसलिए सोचता हूँ कि इस बहाने ही सही, त्यागी महानायकों में नाम लिखवा लूँ |
बात लम्बी होते देख, हम बरामदे में आ गए | तोताराम को चाय का कप पकड़ाते हुए कंधे पर हाथ रखकर प्यार से पूछा- क्या वाकई तू सब्सीडी लौटना चाहता है ? सोच, हमें इस पेंशन और गैस सब्सीडी के अलावा और मिलता ही क्या है ? बिना बात परमवीर चक्र की तरह गले में आधार कार्ड और राशन कार्ड डाले फिरते हैं | लगता है, बात कुछ और ही है |
बोला- भाई साहब, कल ही जेतली जी ने कहा है कि एक खास आमदनी के बाद गैस सब्सीडी बंद कर दी जाएगी |सो हमारा नंबर भी आया ही समझो |अच्छा है कोई आरोप लगाकर नौकरी से निकले, उससे पहले ही त्याग-पत्र दे दो |
हमने कहा- तो फिर रुक, हम भी तेरे साथ चलते हैं |
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