इन टोलरेंस कहाँ है ?
आज सुबह-सुबह तोताराम एक डंडा लिए हाज़िर हुआ |डंडे को दो-चार बार हमारे पास बरामदे के फर्श पर ठकठकाया और बोला- इनटोलरेंस है ?
हमने कहा- क्या तू कोई पुलिसिया है और क्या किसी ने इनटोलरेंस की चोरी की रिपोर्ट लिखवाई है ?
बोला- मज़ाक मत कर |इस समय इनटोलरेंस के कारण देश पर बड़ा संकट आ गया है |जेतली जी ने पूछा है- इनटोलरेंस कहाँ है ? हालाँकि वे भी अपने स्तर पर खोज रहे हैं लेकिन इतना बड़ा देश |कहाँ-कहाँ खोजेंगे ? तो सोचा क्यों न मैं ही कुछ मदद कर दूँ |सो तेरे यहाँ से ही शुरुआत कर रहा हूँ |
हमने कहा- हाँ, है |
बोला- तुझे पता है, तू क्या कह रहा है ?
हमने कहा- क्या हमें इतनी अंग्रेजी भी नहीं आती ? जैसे अंग्रेजी में लोग कहते हैं- 'आई एम इन लव' मतलब कि मैं प्रेम में हूँ सो वैसे ही मैं 'इन टोलरेंस' हूँ अर्थात टोलरेंस में हूँ |
बोला- भले आदमी ऐसी अंग्रेजी या तो तू बोल सकता है या फिर लालू जी |
तू जो कह रहा है उसका मतलब यह है कि तू असहिष्णु है |और इस समय बहुत से लोग असहिष्णु हो रहे हैं जिससे देश की एकता के लिए खतरा पैदा हो गया है |देश की एकता, समृद्धि और विकास के लिए यह ज़रूरी है कि छोटी छोटी बातों को लेकर उद्विग्न न हों |आपस में नहीं, गरीबी से लड़ें |
हमने कहा-फिर साफ-साफ बताना चाहिए ना |ऐसे समय में भी अंग्रेजी छाँट रहा है |अगर असहिष्णुता यदि देखनी है तो राजनीति करने वालों के यहाँ जा |वे ही सबसे ज्यादा असहिष्णु है |ज़रा सा वोट बैंक खिसकता दिखा नहीं, या अपनी पार्टी हारती दिखी तो उनकी आत्मा फटाफट दल-बदल के लिए प्रेरणा दे देती है या छोड़ी हुई पार्टी में भविष्य दिखा तो घर-वापसी कर लेते हैं |बिहार में देखा नहीं कैसे गाली गलौच कर रहे हैं |
कहने लगा- मैं तुझे तेरी बात पूछ रहा हूँ कि क्या तू असहिष्णु है ?
हमने कहा- हम तो कभी असहिष्णु नहीं हुए |एक बार हमारे विषय में सभी विद्यार्थी पास हो गए- आधों को डिस्टिंगशन,शेष फर्स्ट डिवीजन और एक सेकण्ड डिवीजन लेकिन प्राचार्य के पुत्र को डिस्टिंगशन नहीं मिली तो उन्होंने हमें मेमो दिया कि आपका रिजल्ट गुणात्मक दृष्टि से ठीक नहीं है |हम तब भी असहिष्णु नहीं हुए और उत्तर दिया कि भविष्य में ध्यान रखूँगा |दो बार इनकम टेक्स का रिफंड नहीं मिला तो भी हमने सहिष्णुता बनाए रखी |हमारे घर के सामने की ट्यूब लाईट दो महीने से ख़राब पड़ी है |हमारी किसी ने नहीं सुनी तो भी हमने सहन कर लिया |एक बार बिजली वालों ने गलत बिल वसूल कर लिया जिसका साढ़े चार सौ रुपया आठ साल बाद भी नहीं लौटाया लेकिन हमने बर्दाश्त कर लिया |
निठारी कांड हुआ, स्वर्णिम चतुर्भुज वाले सत्येन्द्र दुबे की हत्या हो गई, कश्मीर से हिन्दू पंडितों को भगा दिया, किसी ने कश्मीर में आई एस का झंडा फहराया, किसी ने तिरंगा जला दिया, किसी ने तिरंगे पर रखकर शराब पी हमने कुछ नहीं कहा | जब से अरहर की दाल दो सौ पार कर गई तो हमने खाना छोड़ दिया लेकिन सहिष्णुता नहीं छोड़ी, डी.ए. की किश्त देर से मिली मगर चुप रहे और अब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि २००२ के बाद वालों को पे कमीशन का लाभ २००६ से दिया जाए लेकिन हमारे डिपार्टमेंट वाले कुछ नहीं सुन रहे हैं लेकिन हम तब भी असहिष्णु नहीं हुए |दवाइयों की कीमत मनमाने रूप से वसूली जा रही हैं और सरकार चुप है तो क्या हमने सहिष्णुता खोई ? हम तो कहते हैं यदि सरकार पेंशन बंद कर देगी तो भी हम मरने को मर जाएंगे लेकिन असहिष्णु नहीं होंगे |
और यह भी कि हमें कोई पुरस्कार मिला होता तो हम कभी नहीं लौटाते |और यदि सरकार चाहे तो हम उन पुरस्कारों को भी लेने से मना नहीं करेंगे जिन्हें कुछ लोगों ने लौटा दिया है |
बोला- तो ठीक है, मैं जेतली जी को लिख देता हूँ कि मास्टर के यहाँ 'असहिष्णुता' नहीं मिली | कहीं और ढूँढें |
अब चाय मँगवा तेरा स्पष्टीकरण सुनते-सुनते सिर दर्द हो गया |
आज सुबह-सुबह तोताराम एक डंडा लिए हाज़िर हुआ |डंडे को दो-चार बार हमारे पास बरामदे के फर्श पर ठकठकाया और बोला- इनटोलरेंस है ?
हमने कहा- क्या तू कोई पुलिसिया है और क्या किसी ने इनटोलरेंस की चोरी की रिपोर्ट लिखवाई है ?
बोला- मज़ाक मत कर |इस समय इनटोलरेंस के कारण देश पर बड़ा संकट आ गया है |जेतली जी ने पूछा है- इनटोलरेंस कहाँ है ? हालाँकि वे भी अपने स्तर पर खोज रहे हैं लेकिन इतना बड़ा देश |कहाँ-कहाँ खोजेंगे ? तो सोचा क्यों न मैं ही कुछ मदद कर दूँ |सो तेरे यहाँ से ही शुरुआत कर रहा हूँ |
हमने कहा- हाँ, है |
बोला- तुझे पता है, तू क्या कह रहा है ?
हमने कहा- क्या हमें इतनी अंग्रेजी भी नहीं आती ? जैसे अंग्रेजी में लोग कहते हैं- 'आई एम इन लव' मतलब कि मैं प्रेम में हूँ सो वैसे ही मैं 'इन टोलरेंस' हूँ अर्थात टोलरेंस में हूँ |
बोला- भले आदमी ऐसी अंग्रेजी या तो तू बोल सकता है या फिर लालू जी |
तू जो कह रहा है उसका मतलब यह है कि तू असहिष्णु है |और इस समय बहुत से लोग असहिष्णु हो रहे हैं जिससे देश की एकता के लिए खतरा पैदा हो गया है |देश की एकता, समृद्धि और विकास के लिए यह ज़रूरी है कि छोटी छोटी बातों को लेकर उद्विग्न न हों |आपस में नहीं, गरीबी से लड़ें |
हमने कहा-फिर साफ-साफ बताना चाहिए ना |ऐसे समय में भी अंग्रेजी छाँट रहा है |अगर असहिष्णुता यदि देखनी है तो राजनीति करने वालों के यहाँ जा |वे ही सबसे ज्यादा असहिष्णु है |ज़रा सा वोट बैंक खिसकता दिखा नहीं, या अपनी पार्टी हारती दिखी तो उनकी आत्मा फटाफट दल-बदल के लिए प्रेरणा दे देती है या छोड़ी हुई पार्टी में भविष्य दिखा तो घर-वापसी कर लेते हैं |बिहार में देखा नहीं कैसे गाली गलौच कर रहे हैं |
कहने लगा- मैं तुझे तेरी बात पूछ रहा हूँ कि क्या तू असहिष्णु है ?
हमने कहा- हम तो कभी असहिष्णु नहीं हुए |एक बार हमारे विषय में सभी विद्यार्थी पास हो गए- आधों को डिस्टिंगशन,शेष फर्स्ट डिवीजन और एक सेकण्ड डिवीजन लेकिन प्राचार्य के पुत्र को डिस्टिंगशन नहीं मिली तो उन्होंने हमें मेमो दिया कि आपका रिजल्ट गुणात्मक दृष्टि से ठीक नहीं है |हम तब भी असहिष्णु नहीं हुए और उत्तर दिया कि भविष्य में ध्यान रखूँगा |दो बार इनकम टेक्स का रिफंड नहीं मिला तो भी हमने सहिष्णुता बनाए रखी |हमारे घर के सामने की ट्यूब लाईट दो महीने से ख़राब पड़ी है |हमारी किसी ने नहीं सुनी तो भी हमने सहन कर लिया |एक बार बिजली वालों ने गलत बिल वसूल कर लिया जिसका साढ़े चार सौ रुपया आठ साल बाद भी नहीं लौटाया लेकिन हमने बर्दाश्त कर लिया |
निठारी कांड हुआ, स्वर्णिम चतुर्भुज वाले सत्येन्द्र दुबे की हत्या हो गई, कश्मीर से हिन्दू पंडितों को भगा दिया, किसी ने कश्मीर में आई एस का झंडा फहराया, किसी ने तिरंगा जला दिया, किसी ने तिरंगे पर रखकर शराब पी हमने कुछ नहीं कहा | जब से अरहर की दाल दो सौ पार कर गई तो हमने खाना छोड़ दिया लेकिन सहिष्णुता नहीं छोड़ी, डी.ए. की किश्त देर से मिली मगर चुप रहे और अब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि २००२ के बाद वालों को पे कमीशन का लाभ २००६ से दिया जाए लेकिन हमारे डिपार्टमेंट वाले कुछ नहीं सुन रहे हैं लेकिन हम तब भी असहिष्णु नहीं हुए |दवाइयों की कीमत मनमाने रूप से वसूली जा रही हैं और सरकार चुप है तो क्या हमने सहिष्णुता खोई ? हम तो कहते हैं यदि सरकार पेंशन बंद कर देगी तो भी हम मरने को मर जाएंगे लेकिन असहिष्णु नहीं होंगे |
और यह भी कि हमें कोई पुरस्कार मिला होता तो हम कभी नहीं लौटाते |और यदि सरकार चाहे तो हम उन पुरस्कारों को भी लेने से मना नहीं करेंगे जिन्हें कुछ लोगों ने लौटा दिया है |
बोला- तो ठीक है, मैं जेतली जी को लिख देता हूँ कि मास्टर के यहाँ 'असहिष्णुता' नहीं मिली | कहीं और ढूँढें |
अब चाय मँगवा तेरा स्पष्टीकरण सुनते-सुनते सिर दर्द हो गया |
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