पानी में पी एम
आज तोताराम ने आते ही कहा- गए ।
हालांकि ये शब्द कोई बहुत उत्साहवर्द्धक नहीं होते । अशुभ की आशंका जताते हैं लेकिन ऐसा तब होता है जब अंगुली का इशारा ऊपर की ओर हो । तोताराम का इशारा नीचे की ओर था ।
हमने पूछा- कहाँ गए , कौन गए ?
बोला- मोदी जी गए पानी में ।
हमने कहा- तो इसमें क्या नई बात है ? ये मोदी जी है । गए हैं तो आ जाएंगे । हाँ, अगर भैंस गई होती तो चिंता की बात होती । भैंस का क्या ठिकाना, मणिपुर के जल जाने, 700 किसानों के मर जाने और नोटबंदी से अर्थव्यवस्था नष्ट-भ्रष्ट हो जाने के बाद भी लौटती या नहीं । चूंकि मोदी जी है तो किसी राष्ट्रहित के काम से गए होंगे । वे बिना बात कुछ नहीं करते । सही समय पर सही काम करते हैं ।
बोला- फिर भी !
हमने कहा- फिर भी क्या; उनकी जल, थल नभ सब जगह अप्रतिहत गति है काक भुशुंडी जी की तरह । और पानी ! तुझे पता होना चाहिए जैसे कृष्ण बचपन में गेंद लाने के लिए पानी में कूद गए थे और कालिय नाग को यमुना छोड़कर जाने को विवश कर दिया था वैसे ही मोदी जी मगरमच्छों के बीच से उनके बच्चे को उठा लाए थे ।कुछ दिन पहले लक्ष्यद्वीप के तट पर जल-क्रीडा करके मालदीव की अर्थव्यवस्था को गड़बड़ा दिया था । अब मोरपंख बांधकर जल में तपस्या करके कृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा निकाल लाएंगे ।
चंपत राय ने उन्हें वैसे ही विष्णु का अवतार नहीं कहा है ।
बोला- हाँ, यह बात तो है । देखा नहीं, कैसे जल के तल में रेड कार्पेट पर बैठे शांत भाव से पद्मासन लगाए तपस्या कर रहे थे । वैसे सामान्य आदमी तो पानी में उतरता है तो उसके बाल कैसे लहराने लगते हैं । कैसा अजीब सा दिखने लग जाता है ।
हमने कहा- महाभारत में दुर्योधन भीम से गदा युद्ध में घायल होने के बाद पानी में छुप कर रहने लगा था । इसे जल स्तंभन योग विधि कहते हैं ।मोदी जी उआसे क्या कम है ? मोदी जी का विज्ञान वर्तमान तक कम किन्तु सुदूर अतीत में और सुदूर भविष्य में ज्यादा गतिशील रहता है । तभी कभी वे समय से पहले डिजिटल कैमरा और नेट ले आते हैं तो कभी बादलों की आड़ लेकर रडार को धता बता देते हैं ।
बोला- लेकिन क्या उनकी सभी जिम्मेदारियाँ समाप्त हो गईं जो इस प्रकार के काम करते हैं ?
हमने कहा- किसी करिश्माई नेता के लिए ऐसे ऊटपटाँग काम भी जरूरी हो जाते हैं । तुमने देखा नहीं, कैसे पुतिन नंगे बदन घोड़ा दौड़ाते हुए अपनी 'ही मैनशिप' का प्रदर्शन करते हैं । इससे पहले भी जब चीन के राष्ट्रपति माओत्से तुंग के बीमार होने की खबरें सुनते थे तभी उनके जल क्रीड़ा करते फ़ोटो आते थे । एक बार बुश भी ऐसे ही साइकिल चलाते हुए टांग तुड़वा बैठे थे ।
यह एक कूटनीति है कि अपने विरोधी नेता की अस्वस्थता और नैतिक कमजोरियों के बारे में अफवाहें फैलाई जाएँ । इसलिए इसके साथ ही यह भी जरूरी हो जाता है कि खुद ही अपनी दमदार छवि बनाने के लिए ऐसे नाटक भी करते रहो ।
बोला- क्या तभी राहुल ने पिछले साल भारत जोड़ों यात्रा में ठंड के बावजूद केवल टी शर्ट ही पहने रखी ?
हमने कहा- हो सकता है ।
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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach
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