Dec 13, 2024

चेयरमैन कांट बी चीयर लीडर

चेयरमैन कांट बी चीयर लीडर  

  

आज तोताराम ने आते ही इंग्लिश झाड़ी, बोला- चेयरमैन कांट बी चीयर लीडर ।

हमने भी उसी टोन में जवाब दिया- यस, ऑफ कोर्स ।

बोला- तो फिर ये कांग्रेस वाले उन्हें चीयर लीडर क्यों कह रहे हैं ?

हमने कहा- वे कहाँ कह रहे हैं ? वे तो कह रहे हैं कि चेयरमैन चीयर लीडर नहीं बन सकते । वे तो एक प्रकार से उनकी महत्ता का समर्थन कर रहे हैं । वे ऐसे हैं ही नहीं । चीयर लीडर बनने की कुछ योग्यताएं होती हैं जिन्हें वे पूरा नहीं करते ।
बोला- योग्यता क्यों नहीं है ? सांसद, मंत्री, राज्यपाल और वकील रहे हैं । योग्यता में क्या कमी है ?

हमने कहा- हम चीयर लीडर की योग्यता की बात कर रहे हैं । चीयर लीडर क्रिकेट में होते हैं जो धनवानों का सोफिसटीकेटेड खेल है । उसमें लोग कभी पूरे दिन और कभी-कभी तो पाँच-पाँच दिन बैठते हैं । खाते-पीते, धूप सेकते मौज मज़ा करते हैं । हजारों लाखों रुपए के टिकट लगते हैं । प्रधानमंत्री तक उसकी शोभा बढ़ाने जाते हैं । यह बात और है कि देश की टीम उनकी उपस्थिति के कारण या उसके बावजूद हार भी जाती है । क्रिकेट में चीयर लीडर बहुत चुनकर बहुत पैसे देकर बुलाई जाती हैं ।
बोला- तो फिर कांग्रेस वाले उन्हें किसी भी रूप में चीयर लीडर क्यों कहते हैं ? इससे भाजपा जैसी संस्कारी पार्टी के संस्कारी लोगों को बुरा लगता है ।

हमने कहा- यह राज्यसभा के अध्यक्ष के अपमान का मामला नहीं है बल्कि राज्यपाल के पद पर रहते हुए सुपारी किलर की तरह तृणमूल की सरकार गिराने में सहयोग देने वाले अपने खास आदमी के अपमान का दुख है ।

बोला- तो क्या इतने बड़े पद पर स्थापित व्यक्ति की इतने बड़े देश और सिस्टम में कोई तो भूमिका नहीं होगी ?

हमने कहा- होगी क्यों नहीं, अपने राजस्थान, हरियाणा में आज भी मेले लगते हैं और कहीं-कहीं कुश्तियाँ भी होती है । वहाँ किसी बड़ी सी कुर्सी पर साफा बाँधकर बैठे और फिर विजेताओं को पुरस्कार देते धनखड़ जी खूब जँचेंगे । भगवान का दिया अच्छा खाता-पीता व्यक्तित्व है और सिर पर सफेद बाल भी हैं ।

बोला- लेकिन क्रिकेट के खेल में न जँचने का क्या कारण है ?

हमने कहा- कांग्रेस द्वारा संसदीय क्रिकेट में उनका जो उपयोग बताया गया है उसके हिसाब से कल्पना करके देख कि छक्का लगने पर वे उछलते हुए कैसे लगेंगे ? जरूरत से ज्यादा ही मनोरंजन नहीं हो जाएगा ?


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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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