Dec 23, 2025

पी एस एस

पी एस एस  

राजनीति की भाषा, चरित्र, नैतिकता और रुपये के डालर के मुकाबले मूल्य में निरंतर गिरावट का दौर है । हमारे यहाँ के रात के पारे में भी पिछले सप्ताह गिरावट का दौर था लेकिन इसका राजनीति और अर्थव्यवस्था से कोई संबंध नहीं था । अब तीन दिन से पारा ऊपर चढ़ रहा है लेकिन राजनीति वाली गिरावट का दौर बदस्तूर जारी है ।

आज तोताराम आया तो सिर्फ एक टीशर्ट में । राहुल गाँधी टीशर्ट में भारत यात्रा कर ले, संसद में टीशर्ट में चले जाएँ लेकिन मोदी जी बहुत शालीन और विनम्र हैं । वे चाहे गंगा स्नान ही कर रहे हों लेकिन सिक्स पैक हीरो की तरह न अपनी 56 इंची छाती का प्रदर्शन करते हैं और न ही टीशर्ट जैसा बच्चों वाला पहनावा पहनते हैं । हाँ, राजनीति की जरूरत के मुताबिक आँखें नचाना, अंगुलियों से संकेत करना और दीदी ओ दीदी का व्यंजक कमेन्ट करना तो मजबूरी हो जाता है । आज मोदी जी से सात साल बड़ा तोताराम टीशर्ट में । 



  

हमने कहा- तोताराम, अभी संयोग से ठंड कुछ कम है लेकिन इससे भ्रमित होने की जरूरत नहीं है । यह सर्दी का कोई चुनावी पैंतरा है जैसे सबके खातों में पंद्रह लाख, लाडकी बहना को तीन तीन हजार या बिहार में 10-10 हजार । सरकार और रंडी को पलटते देर नहीं लगती । ठंडी अभी गई नहीं है । अभी दो-चार दिन में पलटी मरने वाली है । चपेटे में आ गया तो ऐसा उलझेगा जैसे ट्रम्प के टेरिफ़ और युद्ध विराम में मोदी जी । 

जैसे ही तोताराम पास आया तो हमने गौर किया कि उसकी टीशर्ट पर कुछ लिखा हुआ भी है ।ध्यान से देखा, लिखा था- P S S 

हमने कहा- तोताराम, यह क्या है ?

बोला- P S S है । 

हमने कहा- यह एक विवादास्पद लिखावट है । इससे किसी की भावना आहत हो सकती है । तेरे खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाई जा सकती है । पुलिस किसी चोर, बैंक का लोन लेकर भागने वाले या आतंकी या घुसपैठिए को भले ही न पकड़ पाए लेकिन तुझे पकड़कर अंदर कर देगी और स्टेंस स्वामी की तरह बिना केस चले हिरासत में ही निबट जाएगा । और कुछ नहीं तो हो सकता है कोई कुत्ता इन अक्षरों को देखकर कुछ और समझकर तेरे ऊपर पेशाब कर जाए ।

बोला- कुत्ता कोई भक्त नहीं होता । कुत्ते भी आर और पी अक्षरों में फरक करना जानते हैं । हो सकता है । जिसने कामरा की टीशर्ट पर पेशाब किया वह कुत्ता नहीं, कोई सेवक रहा होगा । 

हमने कहा- हो सकता है कोई कुत्ता नहीं तो कोई संवेदनशील भक्त तेरा सार्वजनिक रूप से मूत्राभिषेक नहीं तो लात घूँसों से अभिनंदन ही कर जाए तो सर्दी भर चोटों पर चूना हल्दी लगाता रहेगा । 

बोला- लेकिन यह तो मेरी आस्था भक्ति का मामला है । 

हमने पूछा- मतलब ?

बोला- मतलब कि पी एस एस का मतलब है 'प्रभु श्याम सेवक' । खाटू वाले श्याम जी का सेवक ।

हमने कहा- जो स्वयं ही सेवा का दीवाना हुआ होता है उसके पास इतना समय नहीं होता । ऐसे सेवक न तो प्रश्न करते हैं और प्रश्न पूछते हैं । वे तो सीधा एक्शन लेते हैं । बाद का काम तो पुलिस और प्रभु का होता है । वही पीटने वाले को बचाता है और पिटने वाले पर केस दर्ज करवाता है ।

बोला- तो क्या किसी का नाम पूरन सिंह सेरावत, पवन सिंह शेखावत, प्रभु शरण शर्मा हो तो वह पी एस एस नहीं लिख सकता ?

हमने कहा- लिख सकता है लेकिन कनफ्यूजिंग तरीके से नहीं । लिखे पी एस शर्मा । 

बोला- लेकिन 'मनरेगा' को 'जी राम जी' बनाते समय तो कन्फ्यूजन छोड़ दिया कि नहीं ? जी गाँधी है या गोडसे ? 

हमने कहा- यह जी फॉर सब जगह गड़बड़ है । सरकार हमारी है तो मतलब कोई और कैसे निकाल सकता है । मतलब हम निकालेंगे । जी से गू, गटर, गंगा, गोमूत्र, गोबर, गीता, गर्व कुछ भी बनाएं । वैसे बच्चों को वर्णमाला सिखाने के लिए चित्रों का उपयोग करने वाले की नीयत पर निर्भर करता है जैसे ब से अहिंसक बकरी बनाए या बंदूक । श से शलगम और शराब दोनों हो सकते हैं । ग से गणेश भी और गधा भी । 

बोला- लेकिन आर एस एस का तो एक ही मतलब होता है । भले ही रजिस्टर्ड नहीं है लेकिन कोई इस पूजनीय नाम के साथ उल्टा सीधा नहीं कर सकता । राम शरण शर्मा या राम सिंह शेखावत भी नहीं । कल्पना कर अगर उस कुणाल कामरा ने सही स्पेलिंग वाली टीशर्ट पहनी होती तो ? 

हमने तो कहा- तो सुप्रीम कोर्ट को हिरासत में लिए गए विद्यार्थियों की सुनवाई के लिए पाँच साल से समय नहीं मिला हो लेकिन कामरा का तीया-पाँचा वैसे ही फटाफट हो जाता जैसे राहुल गाँधी का फैसला, सदस्यता समाप्ति और मकान खाली करवाना सब एक दिन में पूर्ण । 



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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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