Nov 7, 2016

बन्दर के हवाले भविष्य

 बन्दर के हवाले भविष्य


आज जैसे ही तोताराम आया हमने कहा- तोताराम, सरकार ने सातवें वेतन आयोग के एरियर के बारे में कहा था कि  ३१ अगस्त २०१६ को कर्मचारियोंके खाते में क्रेडिट हो जाएगा |लेकिन दिवाली भी चली गई कोई सुगबुगाहट तक नहीं |क्या जेतली जी को पत्र लिखें ?

बोला- उन्हें इस छोटे से काम के लिए कष्ट देने की क्या ज़रूरत है | जब फुटबाल वर्ल्ड कप से लेकर अमरीका के राष्ट्रपति-चुनावों के परिणाम के बारे में बन्दर भविष्य वाणी करने लगा तो उसीसे पूछ लेते हैं |एक केले का खर्चा ही तो है |

हमने कहा- पूरा किस्सा बता |

कहने लगा- समाचार है कि चीन में 'जेदा' नाम का एक पालतू बन्दर भविष्य बताता है |उसके मालिक ने दो कट आउट लगाए -एक ट्रंप का और एक हिलेरी का |दोनों के आगे एक-एक केला रखा |बन्दर ने बहुत सोच-विचार के बाद ट्रंप के आगे रखा केला खा लिया और उसके बाद ट्रंप के कट आउट को चूमा भी | सो अपन भी बन्दर के आगे डी.ए. क्रेडिट लिखकर उसके सामने  २१वीं शताब्दी, २२ वीं शताब्दी की दो पर्चियों के साथ एक-एक केला रख देंगे |बन्दर जिस भी शताब्दी की पर्ची का केला खा लेगा उसी शताब्दी में सातवें पे कमीशन का एरियर मिलेगा |और यदि उसने हम दोनों में से किसी को चूम भी लिया तो समझले अभी बढ़ा दो प्रतिशत डी.ए. भी उसके साथ मिल जाएगा |

हमने कहा- इस चूमने वाले काम के लिए तू ही ठीक है |तेरे अलावा इस देश में ट्रंप जितना स्मार्ट और कौन है |

बोला- यह बात सिर्फ सूरत की स्मार्टनेस की ही नहीं है बल्कि यह बन्दर की तरह त्वरित क्रन्तिकारी निर्णय ले सकने की क्षमता की भी है |लगता है बन्दर ने ट्रंप की इस क्षमता को पहचान लिया हो |तभी तो उसने बहुत सोच-विचार के बाद ट्रंप के सामने वाला केला उठाया |

हमने कहा- तोताराम, लगता है, इस दुनिया में लोकतंत्र का भविष्य अब बंदरों के हाथ में ही रह गया चाहे अमरीका का सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र हो या भारत का सबसे बड़ा लोकतंत्र हो |कोई आरती से गंगा की सफाई कर रहा है, कोई मूर्तियों से राष्ट्रीय एकता ला रहा है, कोई करोड़ों के रथ पर चढ़कर समाजवाद का सपना साकार करना चाहता है, कोई समास अलंकर युक्त संदेशों से समस्याएँ सुलझा रहा है, कोई मेक्सिको की सीमा पर दीवार बनाकर अवैध आव्रजन रोकना चाहता है,कोई किसी का नारा चुराकर चुनाव जीतना चाहता है, कोई मतदाताओं के एक वर्ग की भाषा के दो शब्द बोलकर उन्हें लुभाना चाहता है | दोनों जगह ही बंदरो के हाथ में उस्तरे हैं |पता नहीं ,कब अपनी या दूसरों की नाक काट लें |

वैसे अंत में बला तो तेरे हमारे जैसे तबेले वालों के सिर ही पड़नी है |

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