Nov 26, 2016

महानायक का उल्लेख

  महानायक का उल्लेख 

तोताराम हमें आदिकवि कहता है |सुनकर आपको भी अच्छा लग रहा होगा |हमें भी शुरू-शुरू में बहुत अच्छा लगा था लेकिन जैसे ही उसने हमारे आदिकवि विशेषण के बारे स्पष्ट किया तो हमारी तो हवा ही खिसक गई |बोला- तुम आदिकवि हो |कविता के हर कार्यक्रम के हर समाचार में तुम्हारा उल्लेख होता है |हमने कोई रिपोर्टिंग दिखाने को कहा तो बोला- दिखाना क्या है |कहीं भी पढ़ ले- फलाँ कार्यक्रम में देश के सभी विशिष्ट कवियों ने काव्यपाठ किया जैसे- अ,ब,स,द आदि |अब यह आदिकवि तेरे अतिरिक्त कौन हो सकता है |इसी तरह फोटो के केप्शन में देखले, लिखा होता है मंच पर अ,ब,स,द आदि कवि विराजमान हैं |यह आदिकवि भी तू ही है |

आज सुबह-सुबह समाचार पढ़ा कि अमरीका में राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के ईमेल वाले मामले में एक खुलासा आया है कि उन्होंने एक मेल में अपनी चुनाव सहायिका पाकिस्तान मूल की हुमा आबेदीन से पूछा था कि हमारी भारत यात्रा में जिस बुज़ुर्ग अभिनेता से हम मिले थे उसका नाम क्या था ?दुनिया में सबसे अधिक फ़िल्में बनाने वाले, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और शीघ्र ही दुनिया के किसी भी देश से आगे निकल जाने वाले महान देश जगद् गुरु भारत के एकमात्र महानायक का नाम तक न जानने वाली महिला के अज्ञान के बारे में क्या कहा जाए ?

आते ही हमने तोताराम को आड़े हाथों लिया, कहा- अमरीका में कई नोबल पुरस्कार विजेताओं सहित अमरीका के सौ से भी अधिक अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि लोग ट्रंप को वोट न दें क्योंकि उन्हें अर्थशास्त्र की कोई जानकारी नहीं है |अब यह हिलेरी तो उससे भी संपटपाट निकली | भारत के महानायक तक का नाम नहीं जानती तो भारत के क्या काम आएगी |अमरीका में बसे भारतीयों को क्लिंटन को वोट नहीं देना चाहिए |

हमने कहा- तोताराम, हर गली का अपना-अपना शेर होता है |उसे कभी भी दूसरी गली का शेर बनने की महत्वाकांक्षा नहीं पालनी चाहिए |वैसे ही सभी देशों के अपने-अपने महानायक होते हैं, बादशाह होते हैं, किंग होते हैं | अखबार और टी.वी. वाले सेलेब्रिटीज़ के प्रचार प्रबंधकों से पैसे खाकर उन्हें बड़े-बड़े विशेषणों ने विभूषित करते रहते हैं |जो वास्तव में महानायक थे उन्होंने अपने को कभी महानायक प्रचारित नहीं करवाया और न ही कभी पैसे के लिए उलटे-सीधे विज्ञापन किए |तुझे पता है, ओबामा के पहले चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार सारा पालिन को तो यह भी पता नहीं था कि दुनिया के नक़्शे में भारत कहाँ है ?रेड इंडियंस और इंडियंस में क्या फर्क है ? 

एक बार  प्रधानमंत्री नरसिंहा राव किसी सम्मेलन में भाग लेने अमरीका गए थे किसी ने वहाँ के अखबारों में उनके लिए दो लाइनों की जगह भी नहीं दी थी |एक बार भाजपा के बड़े नेता और अब निष्कासित जसवंत सिंह सिंह जी का हेराल्ड अखबार में एक फोटो छपा जिसमें अमरीका की रक्षा सचिव अल्ब्राईट का चेल्सी क्लिंटन से हाथ मिला रही थीं |  केप्शन में जसवंत सिंह जी का कहीं नाम नहीं था |बस, लिखा था -चेल्सी क्लिंटन से हाथ मिलते हुए अलाब्राईट और एक अन्य व्यक्ति | यह तो हमीं हैं कि योरप-अमरीका की छींक और खाँसी तक की खबरें मुखपृष्ठ पर छापते हैं और उनके लिए हमारा रक्षा मंत्री मात्र 'एक अन्य व्यक्ति' |

तोताराम ने कहा- अच्छा, तू साहित्यकार की दुम बना फिरता है ना | ज़रा, इस वर्ष के साहित्य के नोबल पुरस्कार विजेता का नाम तो बता |

हमने कहा- पता नहीं है |

तो बोला- तो फिर हिलेरी से ही यह उम्मीद क्यों करता है कि वह तुम्हारे महानायक का नाम याद रखे |उसने तो यह भी इसलिए पूछ लिया होगा कि ज़रूरत पड़े तो भारतीयों को लुभाने के लिए कहीं अपने अमित जी के नाम का उल्लेख कर दें |

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