Sep 20, 2019

देशभक्ति का मापदंड



देशभक्ति का मापदंड  

आजकल कमर और घुटनों में थोड़ा दर्द रहने लगा है, विशेषकर काफी देर तक बैठने के बाद जब उठते हैं। वैसे ही जैसे कई वर्षों तक सत्तासीन रहने के बाद किसी को निर्देशक मंडल में बैठाते समय होता है। डॉक्टर ने कहा- सुबह-सुबह थोड़ा घूम लिया करोगे तो कंट्रोल में रहेगा। सो डरता, क्या न करता? हम और तोताराम कीचड़, गड्ढों और सांडों से बचते-बचाते किसी तरह आधा किलोमीटर घूमकर लौट रहे थे कि कुछ गौरक्षक टाइप युवाओं ने रास्ता रोक लिया। और फिर वही अधिसूचना जारी करते हुए बोले- ताउओ, आ जाओ देशभक्ति चेक करवालो।
हमने दोनों ने एक साथ पूछा- एक बार चेक करवाई हुई देशभक्ति का सर्टिफिकेट कितने दिन चलता है? हमने तो अगस्त 2016 में चेक करवा ली थी देशभक्ति। क्या फिर रिन्यू करवानी है?
युवक बोले- जब भी नई सरकार आती है तो उसी के मापदंडों के अनुसार देशभक्ति चेक की जाती है।
हमने कहा- पिछली बार भी जब तुम लोगों ने देशभक्ति चेक की थी, मोदी जी की सरकार थी और अब भी मोदी जी की ही सरकार है तो फिर नई चेकिंग का क्या चक्कर आगया ?
बोले- अब देश भक्ति के मापदंड बदल गए हैं जैसे कश्मीर में धारा 370 समाप्त होने पर मापदंड बदल गए हैं। पुराने नियमों के अनुसार महबूबा मुफ़्ती के साथ बीजेपी सरकार बना सकती थी। फारुक अब्दुल्ला को अटल जी की सरकार में शामिल किया जा सकता था और उमर अब्दुल्ला कांग्रेस के मंत्रिमंडल में मंत्री बन सकते थे लेकिन अब वे सब जेल में डालने योग्य हो गए हैं।
हमने पूछा- तो अब देशभक्ति के लेटेस्ट नियम क्या है ?
बोले- कम बच्चे और अधिक धन।
तोताराम ने कहा- पहले तो मोदी जी के मित्र संगठन विश्व हिंदू परिषद वाले तोगड़िया जी और बीजेपी के बहुमुखी नेता साक्षी महाराज ने भगवान का वास्ता देकर आठ-आठ बच्चे पैदा करने के लिए कहा था। यह तो हम दोनों ने नसबंदी करवा रखी थी, नहीं तो अब तक कई बार मातृत्त्व सुरक्षा पैकेज उठा चुके होते। अगर आज हमारे आठ-आठ बच्चे होते तो क्या फांसी चढ़ा देते? रही धन की बात, सो हम तो कबीर जी की तरह पाप से बचने के लिए आधी और रूखी खाते रहे और धन से बचते रहे-
आधी और रूखी भली, सारी तो संताप।
जो चाहेगा चूपड़ी तो बहुत करेगा पाप।।
ईसा ने भी कहा है- सुई के छेद में से ऊंट निकल सकता है लेकिन धनवान का स्वर्ग जाना मुश्किल है।
हमने पूछा- तो अब हम घर जाएं या यहीं से जेल ले चल रहे हो ?
युवा बोले- हमारे पास सजा तय करने के आदेश नहीं आए हैं। हम तो सर्वे कर रहे हैं।
तोताराम ने कहा- तब तो मोदी और अंबानी-अडाणी से बड़ा देशभक्त कोई है ही नहीं। मोदी जी बच्चे होने की  दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं और अम्बानी-अडाणी के पास पैसे की कोई गिनती नहीं। हम दोनों तो इस हिसाब ने कुंभी पाक नरक में डाले जाने के योग्य हैं। अब जो बच्चे हो चुके उनका क्या करें? और जहां तक हमारे धन-दौलत की बात है तो वह मोदी जी के हाथ में है। जब हमारा पे कमीशन का 31 महीने का एरियर ही नहीं दिया तो फिर किस धन-संपत्ति का स्वप्न देखें?

युवा बोले- खूंसटो, वैसे तुम दोनों भी कोई कम नहीं हो। जाओ। जैसे मोदी जी ने बेयर ग्रिल को पका दिया वैसे तुम लोग हमें मत पकाओ। ‘अपने मन की बात’ अपने पास ही रखो।

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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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