Jul 6, 2023

आज छह जुलाई है


आज छह जुलाई है 


तोताराम ने आते ही घोषणा की- आज छह जुलाई है है । 

हमने कहा- इसमें हम क्या कर सकते हैं ? कल पाँच जुलाई थी और कल सात जुलाई होगी । यदि मोदी जी सूरज को यथासमय हरी झंडी दिखा देंगे तो परसों आठ जुलाई भी होगी ही । हमारी आजादी को आने वाले 15 अगस्त को 76 साल हो जाएंगे । मोदी जी वाली वास्तविक आजादी को भी नौ वर्ष और दो महिने हो चले हैं । 2025 के दशहरे को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे । यह सब तो वैसे ही प्रकृति का विधान है जैसे मासिक धर्म या मन की बात ।  और मन की बात के धर्म पर तो 50-55 वर्ष के बाद राजोनिवृति का नियम भी लागू नहीं होता । 

हम तो सामान्य बातें कर रहे हैं । मन की बात के खर्च की बात करके हम आप नेता गढ़वी की तरह मुकदमे के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते ।   

तोताराम ने हमारे पैर छूते हुए कहा- जैसे संस्कारी पार्टी के युवा कार्यकर्ता और सीधी के भाजपा विधायक शुक्ला जी के सीधे-सादे प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला की तरह मैंने धर्म, राष्ट्र और जातीय श्रेष्ठता और डबल इंजिन की सरकार की हनक में किसी आदिवासी युवक का अपनी मूत्र धार से अभिनंदन नहीं किया फिर भी तेरे इस विकट और अनंत विस्तार वाले उत्तर के लिए स्वयं को अपराधी मानते हुए शिवराज सिंह की तरह तेरे चरण धो सकता हूँ, तुझसे माफी मांग सकता हूँ और तुझे शाल भेंट कर सकता हूँ । और पैर धोते हुए फ़ोटो भी खिंचवा सकता हूँ । हालांकि उनकी तरह मेरी कोई चुनावी मजबूरी नहीं है । 

हमने कहा- ठीक है, लेकिन इस छह जुलाई का हम क्या करें ? 

बोला- करना क्या है ? पेंशन लेने बैंक नहीं चलेगा ?

हमने कहा- लगता है मोदी जी ने फिर नोट बंदी, तालाबंदी की तरह  मास्टर स्ट्रोक मार दिया ।  अभी तक पेंशन वालों का हमारे मेल पर मेसेज नहीं आया है । 

बोला- मतलब ?

हमने कहा- मतलब यही कि जैसे कोरोना के नाम पर 300 रुपए का टीका लगाकर अठारह महिने के डीए के तीस हजार रुपए हजम कर गए थे वैसे ही पेंशन ही न मार दी हो । 

बोला- अब कौनसी राष्ट्रीय विपदा आ गई ?

हमने कहा- अभी अमरीका जाकर हजारों करोड़ के हथियारों का सौदा कर आए हैं । उसका पैसा कहाँ से निकालेंगे ? 


बोला- लेकिन डंका तो बजा आए ना ?  देखा नहीं, कैसे तोपों की सलामी दी गई । बाइडेन की पत्नी ने अपनी विशेष देखरेख में विशेष डिनर बनवाया । मेन्यू सुन- लेमन डिल योगर्ट सॉस, क्रिस्प्ड मिलेट केक, समर स्कावशेश, मैरिनेटेड मिलेट, ग्रिल्ड कॉर्न कर्नल सलाद, कंप्रेस्ड वाटरमेलन, टैंगी एवाकाडो सॉस, स्टफ्ड पोर्टोबेल्लो मशरूम, क्रीमी सैफरॉन इन्फ्यूस्ड रिसोट्टो और इनफ्यूस्ड स्ट्रॉबेरी शॉर्टकेक । 

हमने कहा- अब तू भी हमारी तरह मेन्यू के बहाने हमें पका रहा है । इसके व्यंजनों के नाम मोदी जी और शाह जैसे अंग्रेजी के विद्वान टेलिप्रॉम्प्टर से भी ना पढ़ पाएं । 

बोला- और ऐसा सम्मान आज तक भारत के किसी भी प्रधानमंत्री को नहीं मिला । 

हमने कहा- सो बात तो मत कर । 1949 में राष्ट्रपति ट्रू मैन नेहरू जी को लेने प्लेन के अंदर तक गए थे जबकि इन्हें लेने भारत में अमरीका के राजदूत के अलावा अमरीका का कोई अधिकारी नहीं था । राजीव गांधी पर वहाँ के राष्ट्रपति रीगन छाता ताने चल रहे थे । और ये तो जब हजारों करोड़ का बिजनेस देने गए थे और वह भी दुगुने-तिगुने दामों में तो फिर स्वागत का इतना दिखावा तो बनता ही है ।  

बोला- कोई बात नहीं एक महिने और भुगत लेंगे । अगले महिने सही । 

हमने कहा- आकाश अंबानी अभी हजारों करोड़ का लोन जुटाने में लगे हैं । यदि स्टेट बैंक ने कृपा  कर दी तो अगले महिने के बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता । बैंक और कहाँ से देगा ? 

 


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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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