Sep 19, 2020

जन्म दिन की बधाई


जन्म दिन की बधाई 


तोताराम एक अति सकारात्मक प्राणी है. उसकी संगति में व्यक्ति को दुखी होने का मौका ही नहीं मिलता जैसे मोदी के होते किसी भी भारतीय को किसी प्रकार की, कोई शिकायत का मौका नहीं मिलता. यदि किसी को कोई कष्ट है तो उसके लिए वे तत्काल कोई न कोई ' न भूतो न भविष्यति' जैसी कोई राष्ट्रीय योजना बना देते हैं. जब तक आप उसके फॉर्म भरकर, कोई न कोई ऐप डाउन लोड करके उससे जुड़ेंगे तब तक किसी और समस्या के लिए कोई नई योजना, नई तरह के फॉर्म और उससे जुड़ने के नए तरीके चर्चा में आ जाएंगे. और आप अपनी ही कोई न कोई कमी मानकर संतोष कर लेते हैं कि यदि समय पर फॉर्म भर देता तो कोई न कोई हल निकल ही आता. मोदी जी की योजना में कोई कमी नहीं. यह तो मेरी तत्परता में ही कोई कमी रह गई. 

आते ही बोला- बधाई हो आदरणीय, जन्म दिन की. 

हमने कहा- पहली बात तो आज हमारा जन्म दिन नहीं है. दूसरे तू हमें १८ अगस्त को  जन्म दिन की बधाई यथासमय दे चुका है. अब बिना बात हमें चाय के साथ एक-दो लड्डू की चपत लगाने की कोशिश मत कर. 

बोला- याद है तेरा जन्म दिन भी और दो लड्डू भी. आज तो तेरा नहीं, मोदी जी का जन्म दिन है. 

हमने कहा- तो जा दिल्ली, और दे आ बधाई. हम क्या करें? हमारे पास तो ट्विट्टर की व्यवस्था भी नहीं है, नहीं तो हम भी उन्हें बधाई दे ही देते. हालाँकि हम जानते हैं कि न तो मोदी जी उसे पढ़ते और न ही उत्तर देते. वे तो प्रियंका चोपड़ा, अनुष्का शर्मा को ज़वाब देते हैं और धोनी को पत्र लिखते हैं. 

बोला- आज मोदी जी का जन्म दिन है. चार समासों का ये कमाल, सत्रह सितम्बर सत्तर साल. एक बात नोट की. किस प्रकार 'स' की चार बार आवृत्ति से बनीकविता. उन्हीं की तरह हर बात में समास खोजने की कला का चरमोत्कर्ष.  






अब याद आया कि तेरे जन्म दिन के साथ भी ऐसा ही संयोग हुआ था- अठारह अगस्त और अठहत्तर. अठारह अगस्त को तू अठहत्तर साल का हो गया था. इसीलिए सोचा तुझे भी एक बार फिर इस समासात्मक संयोग के लिए बधाई दे ही दूँ. 

हमने कहा- धन्यवाद. 

बोला- ठीक लेकिन बुरा न माने तो एक बात कहूँ- अठहत्तर साल का हो जाने के बावजूद तेरी शक्ल पर ज्ञान और परिपक्वता का वह तेज नहीं जो मोदी जी के चेहरे पर मात्र सत्तर साल की आयु में है.

हमने कहा- क्षमता और योग्यता का आयु से कोई संबंध नहीं होता. अभिमन्यु, शंकराचार्य, विवेकानंद, झाँसी की रानी, भारतेंदु हरिश्चंद्र, भगत सिंह आदि तो चालीस साल के होने से पहले ही अपनी प्रतिभा से दुनिया को चकाचौंध करके चले गए थे. 
  
 





पोस्ट पसंद आई तो मित्र बनिए (क्लिक करें)


(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

No comments:

Post a Comment