प्रधान मंत्री का कुत्ता
आज आते ही हमने तोताराम को बोलने का मौका ही नहीं दिया बल्कि खुद ही चालू हो गए |
तोताराम, वैसे तो कुत्ता कुत्ता ही होता है लेकिन जब उससे पहले विशेषण जैसा कुछ लग जाता है तो वह फिर सामान्य कुत्ता क्या, कुत्ता भी नहीं रह जाता | और यदि कुत्ते से पहले 'प्रधान मंत्री का कुत्ता' जैसा भारी भरकम विशेषण लग जाए तो उसे विशिष्ट जन अर्थात वी.वी.आई पी. का दर्ज़ा मिल जाता है |
बोला- लेकिन अपने प्रधान मंत्री जी ऐसे फालतू जीव को नहीं पालते |उन्हें समय ही कहाँ मिलाता है इन चोंचलों के लिए | यह शौक या विलासिता तो अमरीका के राष्ट्रपतियों के लिए संभव है जिन्हें कहीं बहार कम ही जाना पड़ता है, जिन्हें ज़रूरत हो वहीं बुला लिया जाता है | उनके कुत्ते का बाकायदा पत्रकारों से परिचय करवाया जाता है |उसका नाम रखने, उसकी नस्ल वगैरह का सूक्ष्म विश्लेषण किया जाता है |ओबामा जी के पहले कार्यकाल के कुत्ते जी का नाम 'बो' जी है और २०१३ में दूसरे कार्यकाल में लाए गए लाए गए कुत्ते जी का नाम 'सन्नी' जी है |तू चाहेगा तो और अधिक जानकारी भी जुटा लेंगे |
हमने कहा-हम न तो ओबामा जी के कुत्ते जी की बात कर रहे हैं और न ही हमारा इशारा मोदी जी के किसी पालतू 'कुत्ते जी' की तरफ है |हम तो बताना चाह रहे थे कि इज़राइल के प्रधान मंत्री नेतनयाहू जी के साहबजादे किसी अनाथाश्रम से एक कुत्ता ले आए |वैसे यह कुत्ता अमरीका के जॉन कैरी से भी मिल चुका था लेकिन उस दिन क्या हुआ कि उसने प्रधान मंत्री की केबिनेट के एक मंत्री और एक सांसद को काट लिया |उसने उनमें जाने क्या सूँघ लिया ? लोकतंत्र में ऐसे कुत्तों को नहीं रखना चाहिए | अब उस कुत्ते को दस दिन के लिए जेल भेज दिया गया है |गली के कुत्तों के साथ ऐसा ही होना चाहिए |
बोला- मास्टर, वास्तव में गली के कुत्ते ही वफादार होते हैं | वे पार्टी पोलिटिक्स नहीं जानते |वे रोटी देने वाले मोहल्ले के लोगों का प्रत्युपकार पूरी ईमानदारी से चुकाते हैं |बिना भेदभाव के पूरे मोहल्ले की रक्षा करते हैं और राजनीतिक कुत्ते जब तक उनका पालक सत्ता में होता है तो उसे दिखाने के लिए भौंकते हैं |वास्तव में वे किसी के लिए नहीं भौंकते बस, सत्ता के नज़दीक बने रहने के लिए वफादारी का नाटक करते हैं |और काटते तो किसी को भी नहीं क्योंकि पता नहीं कब निजी लाभ के लिए किस दल में जाना पड़ जाए |
हमने कहा- फिर भी एक बात तो है कि राजा का कुत्ता काटे तो भी आप कुछ नहीं बोल सकते और चाटे तो भी |क्या पता, कब राजा को आपकी 'कुत्ता-भक्ति' पर शक हो जाए और आपका पत्ता कर जाए |देख लिया ना, थाईलैंड में एक व्यक्ति पर राजा जी की प्रिय कुतिया जी, जिन्हें वहाँ कूपर (मैडम जी )के नाम से जाना जाता है और उस पर राजा जी ने के बेस्ट सेलर पुस्तक भी लिखी है, का अपमान करने का आरोप है और यदि सिद्ध हो गया तो १५ साल की जेल भी हो सकती है |
वैसे हमने यह भी पढ़ा है कि 'स्वप्न शास्त्र के अनुसार यदि रात बारह बजे से ब्रह्ममुहूर्त के बीच यदि कुत्ता काटे तो आप करोड़पति बनने वाले हैं |
बोला-हमारे पूर्वज और मनीषी ऐसे ही नहीं कह गए हैं-
लायक ही सों कीजिए ब्याह, बैर औ' प्रीत |
काटे चाटे स्वान के दुहूँ भांति विपरीत ||
किसे पता, कुत्ता काटने से आप करोड़पति बनें या नहीं लेकिन इसकी भी संभावना रहती है कि हाइड्रोफोबिया से मर जाएँ |
आज आते ही हमने तोताराम को बोलने का मौका ही नहीं दिया बल्कि खुद ही चालू हो गए |
तोताराम, वैसे तो कुत्ता कुत्ता ही होता है लेकिन जब उससे पहले विशेषण जैसा कुछ लग जाता है तो वह फिर सामान्य कुत्ता क्या, कुत्ता भी नहीं रह जाता | और यदि कुत्ते से पहले 'प्रधान मंत्री का कुत्ता' जैसा भारी भरकम विशेषण लग जाए तो उसे विशिष्ट जन अर्थात वी.वी.आई पी. का दर्ज़ा मिल जाता है |
बोला- लेकिन अपने प्रधान मंत्री जी ऐसे फालतू जीव को नहीं पालते |उन्हें समय ही कहाँ मिलाता है इन चोंचलों के लिए | यह शौक या विलासिता तो अमरीका के राष्ट्रपतियों के लिए संभव है जिन्हें कहीं बहार कम ही जाना पड़ता है, जिन्हें ज़रूरत हो वहीं बुला लिया जाता है | उनके कुत्ते का बाकायदा पत्रकारों से परिचय करवाया जाता है |उसका नाम रखने, उसकी नस्ल वगैरह का सूक्ष्म विश्लेषण किया जाता है |ओबामा जी के पहले कार्यकाल के कुत्ते जी का नाम 'बो' जी है और २०१३ में दूसरे कार्यकाल में लाए गए लाए गए कुत्ते जी का नाम 'सन्नी' जी है |तू चाहेगा तो और अधिक जानकारी भी जुटा लेंगे |
हमने कहा-हम न तो ओबामा जी के कुत्ते जी की बात कर रहे हैं और न ही हमारा इशारा मोदी जी के किसी पालतू 'कुत्ते जी' की तरफ है |हम तो बताना चाह रहे थे कि इज़राइल के प्रधान मंत्री नेतनयाहू जी के साहबजादे किसी अनाथाश्रम से एक कुत्ता ले आए |वैसे यह कुत्ता अमरीका के जॉन कैरी से भी मिल चुका था लेकिन उस दिन क्या हुआ कि उसने प्रधान मंत्री की केबिनेट के एक मंत्री और एक सांसद को काट लिया |उसने उनमें जाने क्या सूँघ लिया ? लोकतंत्र में ऐसे कुत्तों को नहीं रखना चाहिए | अब उस कुत्ते को दस दिन के लिए जेल भेज दिया गया है |गली के कुत्तों के साथ ऐसा ही होना चाहिए |
बोला- मास्टर, वास्तव में गली के कुत्ते ही वफादार होते हैं | वे पार्टी पोलिटिक्स नहीं जानते |वे रोटी देने वाले मोहल्ले के लोगों का प्रत्युपकार पूरी ईमानदारी से चुकाते हैं |बिना भेदभाव के पूरे मोहल्ले की रक्षा करते हैं और राजनीतिक कुत्ते जब तक उनका पालक सत्ता में होता है तो उसे दिखाने के लिए भौंकते हैं |वास्तव में वे किसी के लिए नहीं भौंकते बस, सत्ता के नज़दीक बने रहने के लिए वफादारी का नाटक करते हैं |और काटते तो किसी को भी नहीं क्योंकि पता नहीं कब निजी लाभ के लिए किस दल में जाना पड़ जाए |
हमने कहा- फिर भी एक बात तो है कि राजा का कुत्ता काटे तो भी आप कुछ नहीं बोल सकते और चाटे तो भी |क्या पता, कब राजा को आपकी 'कुत्ता-भक्ति' पर शक हो जाए और आपका पत्ता कर जाए |देख लिया ना, थाईलैंड में एक व्यक्ति पर राजा जी की प्रिय कुतिया जी, जिन्हें वहाँ कूपर (मैडम जी )के नाम से जाना जाता है और उस पर राजा जी ने के बेस्ट सेलर पुस्तक भी लिखी है, का अपमान करने का आरोप है और यदि सिद्ध हो गया तो १५ साल की जेल भी हो सकती है |
वैसे हमने यह भी पढ़ा है कि 'स्वप्न शास्त्र के अनुसार यदि रात बारह बजे से ब्रह्ममुहूर्त के बीच यदि कुत्ता काटे तो आप करोड़पति बनने वाले हैं |
बोला-हमारे पूर्वज और मनीषी ऐसे ही नहीं कह गए हैं-
लायक ही सों कीजिए ब्याह, बैर औ' प्रीत |
काटे चाटे स्वान के दुहूँ भांति विपरीत ||
किसे पता, कुत्ता काटने से आप करोड़पति बनें या नहीं लेकिन इसकी भी संभावना रहती है कि हाइड्रोफोबिया से मर जाएँ |
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