Apr 29, 2021

कनेक्शन ढूँढ़ना तो पड़ेगा


कनेक्शन ढूँढ़ना तो पड़ेगा 


यूं तो तोताराम ही हमें नई-नई ख़बरें दिया करता है लेकिन आज जैसे ही वह आया, हमने कहा- तोताराम, चिंता की कोई बात नहीं है, भागवत जी अब ठीक हैं. कल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. बस, पांच दिन घर में क्वारेंटाइन रहना पड़ेगा.

तोताराम विचलित हो गया, बोला- भगवा भारत भाग्यविधाता भाई भागवत जी को क्या हुआ ? 

हमने कहा- कुछ नहीं, कोरोना हो गया था. 

बोला- भागवत जी को कोरोना ! दो दिन पहले सुना था योगी जी को कोरोना हो गया. इस कोरोना की हिम्मत बहुत बढ़ गई है. किसी तरह गोमूत्र, ताली-थाली और दीपप्रज्ज्वलन से डराया था लेकिन फिर लौट आया. इसका कोई परमानेंट इलाज करना पड़ेगा. यह सज्जनता से समझने वाला नहीं है. 

हमने कहा- वैसे उत्तर प्रदेश में योगी जी नेतृत्त्व में इसका इलाज करने के बहुत से भगवा-भेषज किये तो गए थे जैसे अम्बेडकर की मूर्ति को भगवा रंगवाना. रेलों की गति बढ़ाने के लिए भगवा रंगवाना. सरयू के तट पर लाखों दीये जलवाना, मस्जिदों को भगवा कपड़ों से ढँकवाना, हरे रंग के रोमियो और लव जिहाद विरोधी सख्त कार्यवाहियां, लेकिन सब व्यर्थ. 

बोला- कोई भी कर्म व्यर्थ नहीं जाता. छोटे-छोटे प्रयत्नों से ही महाप्रयत्न बनकर आसोल महापरिवर्तन लाते हैं. यदि ये सब उपाय नहीं किए गए होते तो पता नहीं उत्तर प्रदेश में क्या हाल होता. लेकिन अब चुप बैठना उचित नहीं है. 

हमने कहा- क्या करोगे ? तुम्हारे कहने से रैलियाँ, कुम्भ स्नान, चुनाव प्रचार आदि तो रुकने से रहे. लोग मास्क और दूरी बनाने की बजाय मास्क के रंग और 'जय श्रीराम मास्क' के नाटक कर रहे हैं. दो गज की दूरी और मास्क, बस. कोरोना का बाप भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता. 

बोला- नहीं, अब सारे धर्मनिरपेक्ष कांग्रेसी और कम्यूनिस्टी तुष्टीकरण छोड़कर असली जड़ को पकड़ना पड़ेगा.

हमने पूछा- असली जड़ क्या है ?

बोला-  वे ही जो पड़ोसी देशों से यहाँ आकर, निजामुद्दीन में इकट्टे होकर कोरोना फैला गए.

हमने कहा- लेकिन अब तो मुम्बई हाईकोर्ट ने अपने फैसले से इस दुष्प्रचार की हवा निकाल दी.

बोला- उससे क्या होता है. प्रमाण देख. हिन्दू राष्ट्रवादियों, कुम्भ में संतों को कोरोना हुआ, योगी जी को हुआ, भागवत जी को हुआ, शाह जी को हुआ, जे.पी. नड्डा को हुआ, शिवराज मामाजी को हुआ, उनके बेटे कार्तिकेय को हुआ, येदुयेरप्पा को हुआ, संबित पात्रा, ज्योतिरादित्य सिंधिया को हुआ, महामंडलेश्वर नागा कपिल मुनि, नरसिंह मंदिर के प्रमुख महामंडलेश्वर स्वामी श्यामदेव देवाचार्य, राम मंदिर पुजारी प्रदीप दास, भाजपा नेता नन्द कुमार सिंह, सरोज पाण्डेय, सुनील बंसल, बंसीधर भगत, चेतन चौहान, किरण माहेश्वरी, रामायण महाभारत को मूल ग्रंथों और सीरियल के बाद लोकप्रिय बनाने वाले श्रेष्ठ हिन्दू नरेन्द्र कोहली आदि-आदि को हुआ. और तो और मोदी  विकास के मॉडल मैन और राम सेतु से सेनेटरी पेड तक वाले कलाकार, बहुत अनुशासित और फिटनेस पर ध्यान  देने वाले अक्षय कुमार को भी कोरोना हो गया  लेकिन सलमान खान, आमिर खान, शाहरुख खान, ओवैसी, आज़म खान, मुख्तार अंसारी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती, फारुक अब्दुल्ला आदि को नहीं हुआ. यहाँ तक कि भाजपा के नक़वी और शहनवाज़ तक को नहीं हुआ. 

हमने कहा- तोताराम, तेरी बात में कुछ तो दम है. वैसे इस बारे में अपने भारत मूल के अमरीकी, परम धार्मिक, राष्ट्रवादी, वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाले चिकित्सक डॉ. धनञ्जय लाकिरेड्डी पिछले साल से ही इस बात पर शोध कर रहे हैं कि किस धर्म की प्रार्थना से कोरोना के इलाज में कितनी मदद मिलती है. 

बोला- मास्टर, अब तो तुझे भारतीय ज्ञान-विज्ञान का लोहा मानना ही पड़ेगा. आखिर मोदी जी ऐसे ही वैज्ञानिक दृष्टि संपन्न हिन्दुओं के बल पर भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का स्वप्न देख रहे हैं जैसे ट्रंप अमरीका को ग्रेट बनाने और लगातार ग्रेट बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील थे और अभी भी लगे हुए हैं.


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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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