मेलानिया की मूर्ति
अब तो खैर, चीन ने मोदी जी को थोड़ा व्यस्त और मौन कर दिया अन्यथा तो जहां जाते थे वहीँ ले शेल्फी और ले शेल्फी | उसी तरह से तोताराम, जब से बच्चों ने स्मार्ट फोन दे दिया है, कोई न कोई फोटो हमें दिखाता रहता है |
अभी जब तोताराम आया सुबह के सात बजे रहे थे और अमरीका में इस समय रात के साढ़े नौ बज रहे हैं | हम अपने अमरीकी मित्रों को अमरीका के स्वतंत्रता दिवस की बधाई दे रहे थे |तभी तोताराम ने व्यवधान डाला और बोला- मास्टर, जब ट्रंप साहब से बात करे तो बधाई ज़रा कम उत्साह से देना और संवेदना ज़रा गहराई से व्यक्त कर देना |
हमने कहा- शुभ-शुभ बोल |अमरीका तो पहले ही कोरोना से परेशान है |यह तो ट्रंप साहब का खिलंदड़ा और मनमौजी स्वाभाव है जो बिना ताली, थाली और दीवाली के लोगों का मनोबल बनाए हुए है अन्यथा कोई और होता तो शर्म और दहशत से ही मर जाता | और देख लेना, भले ही लाख दो लाख मर जाएं लेकिन ट्रंप साहब अमरीका की ग्रेटनेस में कोई कमी नहीं आने देंगे और किसी देश का स्वतंत्रता दिवस संवेदना व्यक्त करने का दिन होता है ?
बोला- यह कोरोना से भिन्न दुःख का समाचार है |
हमने कहा- अब और क्या समस्या आ गई ?
तोताराम ने अपने स्मार्ट फोन में एक तस्वीर दिखाते हुए बोला- यह क्या है ?
हमने कहा- ऐसी फालतू चीजों का कोई नाम होता है क्या ? यह किस खेत से डरावा (खेत में पक्षियों को डराने के लिए खड़ा किया गया बिजूका, अंग्रेजी में स्कारक्रो ) उठा लाया ?
वैसे जब टिड्डियाँ सब कुछ साफ़ कर गईं तो फिर खेत में इसकी क्या सजावट करनी थी ? या फिर यह किसी घटिया कलाकार द्वारा बनाई गई कोई सड़ियल कठपुतली है |
बोला- तेरे जैसे मास्टर का कला बोध इससे अधिक हो भी कैसे सकता है ? यह कोई कठपुतली नहीं, दुनिया के सबसे शक्तिशाली मुल्क के आत्ममुग्ध राष्ट्रपति ट्रंप साहब की तीसरी पत्नी, अपने समय की एक मशहूर मॉडल, ५० की उम्र में भी आकर्षण से भरपूर मेलानिया ट्रंप की मूर्ति है |
हमने कहा- लेकिन यदि इसे किसी रात में दिखा दो तो बेचारा इसे भूतनी समझकर डर जाएगा | यदि मेलानिया वास्तव में ही ऐसी दिखती है तो ट्रंप वास्तव में ही सहानुभूति के अधिकारी हैं |लेकिन क्या जब ट्रंप ने मेलानिया को दिल दिया था तब भी वे ऐसी ही दिखती थी ? यदि हाँ, तो हमें ट्रंप की अक्ल पर तरस आता है |वैसे हमने तो ट्रंप की तीनों बीवियों की जो तस्वीरें देखी हैं, अच्छी ही हैं |
(बीवी नंबर ३ मेलानिया , ५० वर्ष | बीवी नंबर २ मारला मेपल्स,५७ वर्ष | बीवी नंबर १ इवाना, ६० वर्ष )
बोला- यह इम्प्रेशनिस्ट आर्ट है जिसे अमरीकी कलाकार ब्रेड डाउनी ने लकड़ी से बनाया है |इसकी ब्यूटी को तू नहीं समझेगा |इसे मेलानिया के मूल राष्ट्र स्लोवानिया में लगाया गया है |अब ट्रंप से नाराज़ लोगों ने इसे अमरीका के स्वतंत्रता दिवस ४ जुलाई २०२० के अवसर पर फूंक दिया |
हमने कहा- अच्छा किया जो फूंक दिया |यह कहीं से भी मेलानिया नहीं लगती | अपने यहाँ भी तो होली पर गली-मोहल्ले का कूड़ा-कबाड़ फूँकते ही हैं | बिना बात बेचारी एक सुन्दर मॉडल की छवि खराब हो रही थी |तभी तो ट्रंप या मेलानिया ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है |कोई बनाने वाला हो तो क्या लकड़ी की सुन्दर मूर्तियाँ नहीं बनतीं ? विश्वास नहीं हो तो अपने इम्प्रेशनिस्ट कलाकार ब्रेड डाउनी को कृष्ण की इस मूर्ति का फोटो भेज दे |
बोला- ट्रंप साहब से इस दुखद अवसर पर संवेदना भी व्यक्त कर देना |क्या जाता है ? क्यों सलाम के लिए मियाँ जी को नाराज़ किया जाए |मोदी जी की तरह चीन को ध्यान में रखकर दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई तक न देने जितना गणित भी नहीं लगाना चाहिए |
वैसे तेरा मेलानिया की मूर्ति को भद्दी कठपुतली कहना मुझे ठीक नहीं लगा |वे सुन्दर हैं और ट्रंप से २१ साल छोटी हैं तो उन्हें कौन कठपुतली की तरह नचा सकता है | जो महाबली ट्रंप को नाचती हो उसे कोई क्या नचाएगा ?
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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach
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