Aug 11, 2020

चल, टेस्ट करवा लें



चल, टेस्ट करवा लें 

शास्त्र कहते हैं कि दिन में नहीं सोना चाहिए, विशेषरूप से बरसात में |इससे वायु और कफ़ कुपित हो जाते हैं |हमारे लिए अब कौन सी आशा बची है ?हो जाएँ कुपित हों तो |कौन पेंशन बंद कर देंगे ? जब तक मोदी सहाय हैं तब तक कोई चिंता नहीं |


वैसे  आडवानी जी तो पोजिटिव थिंकिंग वाले व्यक्ति हैं, आशावादी हैं |  सोच रहे होंगे शायद राम मंदिर भूमि पूजन में ही कोई विशिष्ट स्थान मिल जाए |हालाँकि हम जानते हैं कि यहाँ भी वैसा ही कुछ होगा जैसा त्रिपुरा में बिप्लव के शपथ-ग्रहण समारोह में हुआ था |यह तो मानिक सरकार भले आदमी हैं जिन्होंने बात करके कुछ दुःख कम किया वरना जिन्हें चरण स्पर्श करना चाहिए था उन्होंने तो देखा भी नहीं |  लेकिन उसके बाद भी वे राम मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा से अपनी आशा को जोड़ देंगे |आशावादी कभी हार मान ही नहीं सकता |

हमारे ऊपर कौन ट्रंप और मोदी जी की तरह समस्त ब्रह्माण्ड की रक्षा की जिम्मेदारी है जो सोएँ नहीं |ले देकर यही तो एक सुख बचा है |सो इस सुख का आनंद ले रहे थे | मध्य प्रदेश सरकार की तरह राजस्थान सरकार भी भाजपा की झोली में गिरने की तरह नींद आने ही वाली थी कि तोताराम ने आवाज़ लगाई- मास्टर, आ जा टेस्ट करवाने चलें |

भरोसा किसी को नहीं है फिर भी लगा जैसे सचिन पायलट ने भाजपा में न जाने की घोषणा कर दी हो |

हमने कहा- हम कौन से संबित पात्रा से मिलकर आए हैं ?

बोला- मिलना ज़रूरी है क्या ?  टी वी में उनकी बहस के छींटें तो यहाँ तक आ ही सकते हैं | पांच-सात दिन पहले शिवराज सिंह का पूरे पेज का विज्ञापन भी तो देखा था- 'किल कोरोना अभियान' | अब ले लिया ना कोरोना ने चपेट में |अब कोरोना उस  विज्ञापन को देखने वालों को भी नहीं छोड़ेगा |

हमने घबराकर पूछा- तो क्या शिवराज जी को भी हो गया कोरोना ? प्रथम लॉक डाउन के प्रथम दिन ही तो सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए जन कल्याण के लिए सत्ता का विषपान किया था |  

बोला- उन्हें तो कोरोना होना ही था |

हमने पूछा- तुझे क्या पता ? तबलीगियों की बात और है लेकिन किसी हिन्दू और वह भी किसी देशभक्त हिन्दू के लिए कोई कोरोना की संभावना कैसे व्यक्त कर सकता है ? 

बोला- मोदी जी ने बहुत सोच समझकर कहा था कि अब हमें कोरोना के साथ जीना सीख लेना चाहिए |उन्हें पता था कि कोरोना चीन से आया है |चीन से और भी बहुत कुछ आता है लेकिन हम उससे बच नहीं सकते | हमें अपमानित होकर भी उसके साथ झूला झूलना पड़ेगा और चाय पीनी पड़ेगी | और ये शिवराज जी निकल पड़े 'किल कोरोना अभियान' लेकर |सो कोरोना ने समझा दिया |लेकिन चिंता मत कर |जैसे सभी बड़े लोग कोरोना से ठीक हो जाते हैं वैसे ही शिवराज जी भी ठीक हो जाएंगे |हमें तो अपनी चिंता करनी चाहिए |इसलिए चल, टेस्ट करवा लें |

हमने कहा- उनके टेस्ट और इलाज का खर्च तो सरकार उठाएगी लेकिन हमें तो टेस्ट के पैसे अपनी जेब से देने पड़ेंगे |और फिर जांच का कौन भरोसा है ? जैसे अररिया, बिहार में एक आदमी का टेस्ट किया ही नहीं और उसे कोरोना पोजिटिव बताकर क्वारेनटाइन में डाल दिया |वैसे ही यदि अपना 'मोदी गमछा' थोड़ा सा भी नीचे खिसक गया और किसी पुलिस वाले ने मास्क न लगाने के नाम पर एक लाख का जुर्माना ठोक दिया या दो महीने के लिए जेल में डाल दिया तो ? 


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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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