कुछ कुण्डलिया छंद
पड़ोसी-धर्म
जब भी सुख-दुःख आ पड़े या किस्मत का कोप
कोई भी ना आएगा मुल्ला, पंडित,पोप
मुल्ला, पंडित,पोप; ख़ुशी या मातम होगा
सिर्फ पड़ोसी ही तब तेरा हमदम होगा
कह जोशी कवि छोड़ फालतू भरम-करम को
समझ सके तो समझ इस सरल सत्य धरम को |
२०१५-०१-१६
मन की बात
(मोदी और ओबामा आकाशवाणी पर 'मन की बात'
कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे-एक समाचार २२-०१-२०१५ )
मोदी ओबामा कहें अपने 'मन की बात'
ना कोई पूछे ,सुने लेकिन 'जन' की बात
लेकिन जन की बात, घुट रहे मन ही मन में
ना रक्षा, ना वस्त्र और ना ताकत तन में
जोशी सुनते रहे तंत्र दोनों में 'जन' का
लेकिन है आतंक सब जगह पद का, धन का
२०१५-०१-२३
मेरी सरकार
(ओबामा जी की कड़ी और खर्चीली सुरक्षा -२२-०१-२०१५ )
कड़ी सुरक्षा में घिरी हैं मेरी सरकार
ऐसे में कैसे करें उनसे आँखें चार
उनसे आँखें चार, भाग्य पर हम पछताएँ
वे अपने कूचे में फिर भी देख न पाएँ
कह जोशीकविराय चीर कर चिलमन आओ
कोई डर तो आशिक के दिल में बस जाओ
२४-०१-२०१५
पड़ोसी-धर्म
जब भी सुख-दुःख आ पड़े या किस्मत का कोप
कोई भी ना आएगा मुल्ला, पंडित,पोप
मुल्ला, पंडित,पोप; ख़ुशी या मातम होगा
सिर्फ पड़ोसी ही तब तेरा हमदम होगा
कह जोशी कवि छोड़ फालतू भरम-करम को
समझ सके तो समझ इस सरल सत्य धरम को |
२०१५-०१-१६
मन की बात
(मोदी और ओबामा आकाशवाणी पर 'मन की बात'
कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे-एक समाचार २२-०१-२०१५ )
मोदी ओबामा कहें अपने 'मन की बात'
ना कोई पूछे ,सुने लेकिन 'जन' की बात
लेकिन जन की बात, घुट रहे मन ही मन में
ना रक्षा, ना वस्त्र और ना ताकत तन में
जोशी सुनते रहे तंत्र दोनों में 'जन' का
लेकिन है आतंक सब जगह पद का, धन का
२०१५-०१-२३
मेरी सरकार
(ओबामा जी की कड़ी और खर्चीली सुरक्षा -२२-०१-२०१५ )
कड़ी सुरक्षा में घिरी हैं मेरी सरकार
ऐसे में कैसे करें उनसे आँखें चार
उनसे आँखें चार, भाग्य पर हम पछताएँ
वे अपने कूचे में फिर भी देख न पाएँ
कह जोशीकविराय चीर कर चिलमन आओ
कोई डर तो आशिक के दिल में बस जाओ
२४-०१-२०१५
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