Jul 2, 2021

कोवीशील्ड का काँटा

कोवीशील्ड  का काँटा


जब आप किसी भी काम या कारण से एक निश्चित समय पर, एक निश्चित रूट पर आने-जाने लगते हैं तो फिर आप और आपको उस दौरान मिलने वाले लोगों और आप के बीच बिना कोई बात किये भी एक रिश्ता बन जाता है. यदि साथ-साथ चलें तो वह रिश्ता कहीं तक भी पहुँच सकता है. इसीलिए हमारे यहाँ विवाह में सप्तपदी होती है अर्थात जब एक युवक-युवती का अपरिचित जोड़ा सात कदम साथ-साथ चलता है तो उनमें एक ऐसी समझ विकसित हो जाती है कि वे जीवन भर साथ निभा सकने के काबिल हो जाते हैं.

सो १ अप्रैल २०२१ को कोरोना का कोवीशील्ड का एक टीका लगवाने के चार हफ्ते बाद से हम और तोताराम सुबह आठ बजे एस.के. अस्पताल जाने लगे हैं. अब वहाँ का स्टाफ ही नहीं गेट वले, पार्किंग वाले, रास्ते के बहुत से रेहड़ी वाले, घर लौटते दूध वाले, ऑटो और बस वाले हमें पहचानने लगे हैं. जैसे ही सड़क के किनारे खड़े हुए एक ऑटो वाला रुका. बोला- एस.के.

हमने पूछा- तुम्हें कैसे पता ?

बोला- इस समय इधर जाने वाले सभी बुजुर्ग कोवीशील्ड का एक टीका लगवाए हुए ही होते हैं.

खैर, अस्पताल पहुंचे तो स्टाफ वाले हमें देखकर वैसे ही मुस्कराए जैसे किसी बस या ट्रेन में परिचित हो चुके भीख माँगने वाले भिखारी और डेली पेसेंजरको एक दूसरे को देखकर मुस्करा लेते हैं. उनमें केरल की भी एक नर्स है. बोली- बाबा, आज भी 'इल्ले'.मतलब आपका कोवीशील्ड वाला टीका नहीं है. 

तोताराम बोला- सब अपने-अपने धंधे के लिए च्यवनप्राश के अलग-अलग नाम रखते हैं फिर चाहे वह डाबर का हो या वैद्यनाथ का; रामकिशन यादव का हो या डबल श्री रवि शंकर का. दोनों में ही आँवला कम और शकरकंद ज्यादा होता है. इम्यूनिटी जितनी बढ़ती है उसकी पोल कोरोना ने खोल दी. आप तो कोवेक्सीन वाला ही लगा दो. 

नर्स बोली- ना बाबा, हम ये रिस्क नहीं लेंगा. हो सकता है यू पी में गोरखनाथ और राम जी बचा लेंगा लेकिन इधर में मुश्किल हो जाएंगा.

तभी मार्शल रेस का एक कर्मचारी सुन रहा था बोला- थम इतने दिन ते चक्कर काटरे हो. इतणा तो पटरी पटरी चालते तो लोहारू पहुँच जाते. 

तोताराम ने पूछा- क्या वहाँ कोवीशील्ड का टीका लग रह्या है ?

कर्मचारी बोला- टीका तो नहीं है लेकिन हरियाणा सरकार ने रामकिशन यादव वाले नुस्खे की एक लाख खुराक खरीदी है.

हमने कहा- दो तरह की दवाइयां एक साथ ठीक नहीं हैं.

कर्मचारी बोला-  फिर तो ताऊ, थारा काँटा काढ़ने का एक ही उपाय है के इंजेक्शन ते थारा दोनों का कोवीशील्ड पाछा खींच ल्यां.

तोताराम बोला- भाई, आज के बाद हम कभी नहीं आएँगे. तू राष्ट्रवादी सरकार और डॉ. हर्षवर्द्धन समर्थित रामकिशन यादव की पैथी अपने पास ही रख.  लोग दो-दो डोज़ लेने के बाद भी तो मर जाते हैं. ज़िन्दगी होगी तो एक में ही बच जायेंगे. 




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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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