Mar 11, 2019

दिल्ली में भूख हड़ताल



 दिल्ली में भूख हड़ताल 

आज तोताराम बहुत व्यग्र था |

आते ही बोला- चल दिल्ली, भूख हड़ताल करेंगे |

हमने कहा-  जिसके पास दिल्ली जाने की सुविधा होती है वह भूखा नहीं होता |भूखा वह होता है जिसके पास ज़हर खाने के लिए भी पैसे नहीं होते |और फिर मरने के लिए दिल्ली जाने की क्या ज़रूरत है ? यहीं बहुत से साधन हैं- देसी दारू पी ले |सस्ती होती है और मर गया तो लाख-दो लाख मिल ही जाएँगे |और नहीं तो लोक परिवहन की बस में यात्रा किया कर, कभी न कभी सवारी उठाने के चक्कर में किसी न किसी को ठोक ही देगा |

बोला- तो फिर चन्द्र बाबू क्यों गए हैं दिल्ली ? कर लेते हैदराबाद में ही भूख हड़ताल |

हमने कहा- उन्हें तो विशेष दर्ज़ा चाहिए |

बोला- आंध्र के मुख्यमंत्री हैं |एन.टी.रामाराव के दामाद हैं | और क्या विशेष दर्ज़ा  चाहिए ? 

हमने कहा- तो फिर भगवान ने तुझे भी तो ब्राह्मण के घर जन्म दिया है,  सरकारी नौकरी दी और अब पेंशन | तुझे भी अब और क्या चाहिए ? 

बोला- मुझे अब दिव्यांग का दर्ज़ा चाहिए |

हमने कहा- किसी के दर्ज़ा देने से ही क्या होगा ? तू तो वैसे ही अपने श्यामल रंग और स्लिम देह यष्टि के कारण दिव्य है |तेर अंग-अंग दिव्य है |तेरे रोम-रोम से दिव्यता टपक रही है |

बोला- मुझे साहित्य वाला दिव्यत्त्व नहीं बल्कि दिव्यांग पेंशन वाला दिव्यत्त्व चाहिए |

हमने कहा- वह तो संभव नहीं है क्योंकि तुझे कोई विकलांगता नहीं है | वैसे भी तुझे एक पेंशन मिल ही रही है |
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बोला- विकलांगता है कैसे नहीं ? मुझे पे कमीशन के एरियर और तेरी चाय के अतिरिक्त कुछ दिखाई नहीं देता |और फिर जब नेता कई-कई पेंशन एक साथ ले सकते हैं तो मैं क्यों नहीं ?  

हमने कहा- चन्द्र बाबू को कुछ हो गया तो मुख्यमंत्री बनने के लिए तो सैंकड़ों तैयार हैं | वैसे भी नेता हड़ताल समाप्त करने के बहानों का प्रबंध पहले से ही करके चलते हैं |आज तक कोई नेता आमरण अनशन करके मरा हो तो बता | हमारे देखते में तो आंध्र में रामुलु और पंजाब में दर्शन सिंह फेरूमान के अलावा कोई भूख हड़ताल करके मरा नहीं | लेकिन यदि तुझे कुछ हो गया तो हम 'चाय पर चर्चा' किसके साथ करेंगे ? 

अटल जी ने भी एक दिन का उपवास किया था और मोदी जी ने भी नर्मदा बाँध की ऊँचाई बढ़वाने के लिए एक ही दिन का उपवास रखा था | चन्द्र बाबू तो हवाई जहाज से दिल्ली गए हैं और शाम को भूख हड़ताल ख़त्म करके घर जाकर खाना खा लेंगे |यदि तू दिल्ली चला गया और आते समय रास्ते में कहीं गुज्जर भाइयों ने रोक लिया तो सचमुच ही तेरा आमरण अनशन हो जाएगा |इसलिए अच्छा यही होगा कि तू यहीं बरामदे में लगा दे अपना बैनर और बैठ जा |

बोला- ठीक है |रेडियो सुनते रहना |जैसे ही चन्द्र बाबू भूख हड़ताल समाप्त करें, मुझे भी बता देना |आज शाम को चाय के साथ डबल नाश्ता भी होना चाहिए | नहीं तो भूखे पेट चाय पीने से गैस हो जाएगी |



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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन । Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Jhootha Sach

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