Nov 23, 2008
अमरीका के अगले राष्ट्रपति के नाम
सारा पालिन मैडम,
जय सियाराम ।
आप सोच रही होंगी कि पिछली बार राम-राम लिखा था और अबकी बार जय सियाराम क्यों? बात यह है कि आज भले ही हमारे यहाँ कन्या भ्रूण हत्या या दहेज़ हत्याएं होती हों पर हमारी परम्परा में नारी का बड़ा सम्मान है । सो नारी का नाम पहले है जैसे कि सीताराम, गौरी शंकर, राधेश्याम आदि । धन, ज्ञान और शक्ति की देवियाँ भी लक्ष्मी, सरस्वती और काली भी स्त्रियाँ हैं । हमारे यहाँ राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, पार्टी अध्यक्ष, राज्यपाल, मुख्यमन्त्री, एम. एल.ए., जिलाप्रमुख, कलक्टर सब महिलायें हैं । आपके यहाँ महिलाओं को मताधिकार भी आजादी के सैंकडों साल बाद मिला ।
वैसे तो अब आप अलास्का पहुँचकर बाल बच्चों को संभाल रही होंगी । अब अखबार वालों ने भी आपका चेप्टर बंद कर दिया है । चढ़ते सूरज को सब नमस्कार करते हैं । अब ओबामा के खाँसने-थूकने की खबरों से अखबार लिथड़े होंगे । पर हम कुर्सी नहीं, गुणों की कदर करते हैं । हम आपमें अमरीका का अगला राष्ट्रपति देख रहे हैं । कनाडा के मसखरों ने तो आपको सरकोजी की आवाज में वास्तव में मूर्ख बनाया । हमारे यहाँ भी अब कई ज्योतिषी मुँह निकाल रहें हैं कि उन्होंने ओबामा के जीतने की भविष्यवाणी कर दी थी । अब सबूत क्या है? पर हम तो आपको लिख कर दे रहे हैं । जिस दिन आप राष्ट्रपति बन जाएँ उस दिन हमें याद कर लीजियेगा । अब उन मँहगे कपड़ों को धोकर, प्रेस करके रख दीजियेगा । चार साल बाद काम आयेंगे ।
पहले हमने ओबामा के जीतने के बारे में नहीं सोचा था क्योंकि अमरीका में काले राष्ट्रपति की परम्परा ही नहीं है । जब एक परम्परा टूट गयी तो दूसरी भी टूटेगी । मतलब कि महिला भी राष्ट्रपति भी होगी । तब आपसे बेहतर कौन है इस पद के लिए । बस अभी से भिड़ जाइए ।
आपकी एक बात हमें बहुत पसंद है कि आप तलाक़ के चक्कर में नहीं पडीं, बच्चों के उत्पादन में गंभीरता से योगदान दिया । अमरीका में लोगों को तलाक़ से फुरसत नहीं है तो बच्चे कब पैदा करें । अगर यही हाल रहा तो विद्वानों का मानना है कि २०४२ तक अमरीका में गोरे लोग अल्पमत में आ जायेंगे । हमारी तो सलाह है कि आप लोगों को अपना उदाहरण देकर अधिक से अधिक बच्चे पैदा कराने के लिए प्रेरणा दें । अन्यथा एक दिन अमरीका पर रंगीन लोंगो का राज हो जायेगा । हमारे यहाँ के एक महान विचारक तोगडिया जी ने इसीलिए हिन्दुओं को आठ-आठ बच्चे पैदा कराने की सलाह दी थी पर इन नासमझ हिन्दुओं ने कोई ध्यान नहीं दिया । कहते हैं आठ-आठ बच्चों को खाना कौन खिलायेगा ।
इतना भी नहीं समझते कि जिसने चोंच दी है वह चुग्गा भी देगा । आप के यहाँ तो वैसे भी अनाज की क्या कमी है । सूअरों तक को अनाज खिलाया जाता है । फिर भी बच जाता है तो उससे बिजली बना ली ज़ाती है । इसलिए पाप को प्रणाम करके इस पुण्य काम में लग जाइए और भविष्य के लिए गोरा राष्ट्रपति ही सुरक्षित करें ।
अमरीका की सभी गोरी महिलाओं के लिए दूधों नहाने और पूतों फलने का आशीर्वाद और आपके लिए राष्ट्रपति बनने की अग्रिम शुभकामनाएँ ।
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७ नवम्बर २००८
(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी | प्रकाशित या प्रकाशनाधीन |
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Jhootha Sach
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अमेरिका में दिखावा ही सच होता है।
ReplyDeleteमैं भी आपके साथ साथ नतमस्तक हूँ.
ReplyDeleteइतना भी नहीं समझते कि जिसने चोंच दी है वह चुग्गा भी देगा -इत्ती सी बात तक समझ न आई, बताईये. :)